
नई दिल्लीः बीसीसीआई अध्यक्ष पद से अनुराग ठाकुर के हटाए जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने संचालन समिति गठित कर दी है। खास बात है कि इसमें तीन अलग-अलग प्रोफेशनल पेशे से ताल्लुक रखने वाले लोगों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसमें जाने-माने इतिहासकार रामचंद्र गुहा के साथ पूर्व सीएजी विनोद राय और बिजनेसमैन विक्रम लिमये अब प्रशासन देखेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने साफ किया है कि उसकी ओर से नियुक्त ये प्रशासक बीसीसीआई के अगले इलेक्शन तक ही प्रभावी रहेंगे। सुप्रीम कोर्ट के स्तर से प्रशासक नियुक्त करने की इस कवायद के पीछे लोढ़ा कमेटी की सिफारिशें हैं। जिनके लागू नहीं करने की वजह सुप्रीम कोर्ट ने 2 जनवरी को बीसीसीआई प्रेसिडेंट अनुराग ठाकुर और सेक्रेटरी अजय शिर्के को हटाए जाने के चलते हुई है। । बता दें कि प्रशासकों के नाम 24 जनवरी को ही सुप्रीम कोर्ट को सौंपने थे।
इसलिए हटाए गए थे अनुराग और शिर्के
सुप्रीम कोर्ट ने बोर्ड में ट्रांसपेरेंसी और जवाबदेही तय करने में फेल रहने पर दो जनवरी को बड़ी कार्रवाई की थी। तब अनुराग ठाकुर को बीसीसीआई प्रेसिडेंट और अजय शिर्के को सेक्रेटरी की पोस्ट से हटा दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने ये भी कहा था कि ठाकुर और शिर्के ने कोर्ट के 18 जुलाई 2016 के ऑर्डर का पालन नहीं किया। बता दें कि पिछले साल 18 जुलाई को SC ने लोढ़ा कमेटी की सिफारिशें मानीं थीं।