"गीत" आंचलिक पुटमोरे अँगने में है तुलसी का चौराएक पेड़ नीम संग आम खूब बौराअड़हुल का फूल लाल केसर कियारीमगही के पतवा तुराये भरि दौरा.....मोरे अँगने मेंगाय संग कुकुरा के रोज रोज कौराधूल और माटी में खेले चंचल छौरागैया के गोबर भल घास दूब मोथाबगिया फुलाए पै उड़े लागल भौंरा.....मोरे अँगने मेंहोखे जब ओसवनी तब