मैंने कब तुमसे कहा था की मुझे प्यार करो ..
पर ये तुम्हारी दरियादिली थी जो तुमने मुझसे नाता जोड़ लिया.
मेरे जीवन में हरदम एक नई ऊर्जा का संचार कर मुझे
अपने प्यार में डुबो दिया .. मेरी प्यारी शायद मुझे लोग
गलत ढंग से देखने लगे , इसलिए तुम्हारा परिचय
सारी दुनिया को दे दूँ ...
तुम विश्व की सबसे प्रेरणा दायी ,सबसे मधुर ,
सबसे सुलझी हुई सबकी प्यारी भाषा हो ..
तुम्हारा नाम "हिंदी" है ... मुझे तुमसे बेहद प्यार है ..
मुझे तुम पर बेहद मान है.. मेरी प्यारी "हिंदी" ...
मैं हर उस व्यक्ति का तहेदिल से आभारी हूँ ,
जिन्होंने मेरा और तुम्हारा रिश्ता मजबूत करने में सहयोग किया .
... तुम्हारा अपना - नरेंद्र जानी २८.१.२०१५ भिलाई नगर