भूकंप भूकंप भूकंप
ये हमारे इर्द गिर्द बार बार भूकंप के झटके क्यों आते हैं ,
ये कौन से पापों की सजा है जिसे हम किश्तों मे चुकाते है .
नेपाल , पाकिस्तान , इंडोनेशिया , जापान ,
याने एसियन सारे ही हो रहे है हलाकान .
हम सबके पड़ोसी इसलिये हम परेशान ,
दिल दिमाग से सोचना होगा और करनी होगी कारणों की पहचान.
क्यों धरती हमसे रूठ गयी, क्यों उसकी सहनशक्ति टूट गयी ,
क्यों बार बार मचलती है क्या हमसे ममता छूट गयी .
कभी कभी महसूस होता है क्यों आंख कान बंद किये समाज सोता है ,
शायद धरती का दिल तडपता है जब किसी "निर्भया " या "किसान" का मन रोता है .
जब पर्यावरण का मजाक उड़ाया जाता है , जब बेगुनाह पशु पक्षियों को मारा जाता है ,
जब वृक्षों पर आरा चलाया जाता है , जब हवा मे जहर घोला जाता है .
तब इन सबकी जननी धरती का दिल तडपता है ,
विशाल हृदय धरती को भी गुस्सा आता है , असर दूर तक जाता है,
और इन सब विकृतियों का कारक इंसान सजा पाता है .
इंसान सजा पाता है ... कवि - नरेन्द्र जानी (भिलाई नगर)