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"अयोध्या - राम"टैम्पल "

19 मई 2019

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"अयोध्या - राम"टैम्पल "

--------० ------------------

मित्र देश का साथी,

था वह बोल रहा ?

है हमें बनाने को ,

निर्णय मन से लिया |

शिव मंदिर यहाँ पर,

टैंपल राम अयोध्या ||

अजब दीवाना जीवन,

लौटकर आए न आए,

सागर सा यह हृदय,

फूल मरुस्थल खिलाए,

स्वप्न टीसते रहते,

टैंपल राम अयोध्या ||

अच्छे दिन तो आएं !

नई फसल धरतीपर,

फूल जंगल- खिलाएं,

सबकुछ उसकी कृपा,

सृजन संघर्ष ऐसा करें,

टैंपल राम अयोध्या||


एक सी हो साधना,

कभी थके न आराधना,

काल इतिहास मेरा ,

उजाले अँधेरे में लाये,

ज्ञान की भाषा बने,

टैंपल राम अयोध्या||


मुस्कलों से जूझती,

राजनीतिक गंध लिए,

न्याय के दरवाजे पर,

बड़े बड़े ताले हैं पड़े !

संविधान लगते मूक,

टैंपल राम अयोध्या||


रोटी के टुकड़े छोड़,

सोने- चांदी खाने को,

बाग़ - बगीचे लुटेरे,

बौर आम में उलझे,

यादों के फूल महके,

टैंपल राम अयोध्या||


मौन साधना अचर्चित,

दर्द थिरकती लय लेकर,

हर बादल पानी बर्षाये,

सागर का संयम लेकर,

लिख रहे तूफान 'मंगल,

टैंपल राम अयोध्या||'

- सुखमंगल सिंह ,वाराणसी

वीरेंद्र कुमार गुप्ता

वीरेंद्र कुमार गुप्ता

मैंने आपके लेखों पर निगाह मारी. क्षमा करें, इनमें ज्ञान विज्ञानं कहाँ हैं, मुझे तो नहीं मिला. स्पष्टीकरण का अनुरोध करूँगा. वीरेन्द्र गुप्ता

1 जुलाई 2019

प्रियंका शर्मा

प्रियंका शर्मा

आपका स्वागत मंगल जी

20 मई 2019

सुखमंगल सिंह

सुखमंगल सिंह

रचना प्रकाशन हेतु प्रकाशक मंडल को बधाई !

19 मई 2019

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रचनाएँ
नरेंद्र मोदी और कांग्रेस
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पास हमारे ऐसा ज्ञान औरों को भी दिलाए मान | सम्मान और हुनरवान दुनिया में सुन्दर विज्ञान || विज्ञानियों में - ज्ञानवान ज्ञानियों में हैं ध्यानवान | ध्यानी - ग्यानी श्रेणी विद्वान विद्वान् शान्ति - देता पैगाम|| तकनीकी शक्ति उभारवान शान्ति शक्ति का नव विधान | खेल क्षेत्र में उदीयमान सेना - सेनानी कीर्तिमान || लोक - तंत्र में मेरी शान मेचुअल फंड कह धनवान ! सामान्य नियंत्रण सिद्धांत आयात-निर्यात शौर्यवान || वैज्ञानिक हमारा शोधवान राष्ट्र - धर्म ही है महान | औरों को भी देता सम्मान पास हमारे ऐसा ज्ञान ||- सुखमंगल सिंह
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"अयोध्या - राम"टैम्पल "

19 मई 2019
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"अयोध्या - राम"टैम्पल "--------० ------------------मित्र देश का साथी, था वह बोल रहा ?है हमें बनाने को ,निर्णय मन से लिया | शिव मंदिर यहाँ पर, टैंपल राम अयोध्या || अजब दीवाना जीवन, लौटकर आए न आए, सागर सा यह हृदय, फूल मरुस्थल खिलाए,स्वप्न टीसते रहते,टैंपल राम अयोध्य

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"मंगल गीत "

12 जुलाई 2019
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"मंगल गीत "-------------जालिम सर चढ़ बोल रहा है, बंदूकों के साये में वन्देमातरम में कब तक हम, कौम को जगायेंगे | नरमुण्ड माला वाली माँ, कितना उसे दिखाएँगेखून के प्यासे कातिल भरमाते आएंगे- भरमाएंगे ||तीर -त्रिशूल पे कहाँ तक, विषधर का थूक लगाएंगे जावाज़ खड़ा भारत मेरा कब हम जय हिंद गाएंगे | माना युद्ध

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" मैं कवि हूँ सरयू तट का"

13 अगस्त 2019
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" मैं कवि हूँ सरयू तटका"---------------------------मैंकवि हूँसरयू तट कासमयचक्र के उलट पलट कामानवमर्यादा की खातिरसिर्फ अयोध्या खडी हुई ।चक्र -कुचक्र चला कुछ ऐसाविश्व की ऑखें गडी हुई।जबकि सच है मेरी अयोध्याजाने हाल ;हर घट पनघट का।। पला-ब

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"कथा- सार "

31 अगस्त 2019
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कथा- सार " --------------कथा -सार तुम्हें आज यहाँ सुनाने आया हूँ मैं शुकदेव -परीक्षित का संवाद बताने आया हूँ इंद्रिय शक्ति अगर चाहो तो इन्द्र का पूजन करो ब्रह्म तेज की चाह अगर वृहस्पति- कृपा भरो लक्ष्मी को खुश करने वाले देवी माया को जपो तेज की हो चाह

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धर्म की आस्था पर हम सभी एक हैं

29 जनवरी 2020
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"धर्म की आस्था पर हम सभी एक हैं"धर्म की आस्था पर हम उड़े तो क्या हुआ ,कबूतरों के पंख इस तरह काटे नहीं जाते |यूं देखा जाय तो यह कटु सती है कि पूरा देश धर्मांधता और दुराग्रह के वातावरण की आंधी मेन फंस कर रह गया है | हाथवादियों और धर्मांध शक्तियों को खुश करने की नीति के क

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