नई दिल्लीः झारखंड के तेजतर्रार IPS अफसर और सह पलामू के एसपी इंद्रजीत महथा आधी रात में सादे लिबास में सिक्योरिटी का जायजा लेने सेंट्रल जेल पहुंचे. एसपी सिर पर मफलर बांधे हुए थे। उन्हे देख कर वहां का कोई पहचान नहीं पाया तो वहां तैनात गार्ड हरकत में आकर चिल्ला उठा. उसने एसपी को राइफल तानकर पूछा कौन है? पहचान बताओ, नही तो गोली मार देंगे, कोई नहीं बचाएगा.
टेस्ट में सफल गार्ड को एसपी ने दिया पुरस्कार
एसपी के साथ मात्र एक बॉडीगार्ड था, वो भी सादे लिबास में था, उसने गार्ड को बताया कि वे एसपी है लेकिन गार्ड ने नहीं माना. एसपी पर राइफल तान दी. गार्ड ने उस दिन का सीक्रेट कोड पूछा. एसपी ने जैसे ही कोड बताया, गार्ड ईश्वरी यादव ने तत्काल जय हिन्द कहते हुए मेन गेट पर आकर एसपी का स्वागत किया. गार्ड की सतर्कता से खुश होकर एसपी ने उसकी तारीफ की और पुरस्कृत करने की घोषणा की. एसपी ने बताया कि वे कड़ाके की ठंड के बाद भी आधी रात सिर्फ जवानों का हौसला बढ़ाने निकले थे क्योंकि पुलिस जवान बेहद विपरीथ स्थितियों में ड्यूटी करते है.
गड़बड़ियां सुधारने का दिया निर्देश
सेंट्रल जेल के सभी वॉच टावर का निरीक्षण एसपी ने करीब 2 बजे रात में किया. इस दौरान पांच वॉच टावर पर लाइट नहीं जल रही थी. एक नंबर वॉच टावर पर जब एसपी पहुंचे तब टावर पर तैनात गार्ड ने एसपी को रोका था एसपी ने रात के 12:10 बजे कचहरी कैंपस स्थित कोषागार में पुलिस गार्ड की सुरक्षा व्यवस्था देखी. निरीक्षण के दौरान एसपी को कई स्थानों पर सुरक्षा में चूक भी दिखी, जिसपर उन्होंने कई ऑर्डर .