लखनऊ-: कभी सपा के वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह यादव के जिगर के टुकडे की तरह रहे अखिलेश सरकार के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के लगता है कि अब बहुत ही बुरे दिन आ रहे हैं। योगी सरकार उन पर गैंगेस्टर एक्ट लगाने की तैयारी कर रही है। इस एक्ट के लग जाने पर गायत्री प्रजापति के लखनऊ के गोंसाईगंज के अलावा, अमेठी और हमीरपुर जिलों में करोडों रु की संपत्ति जब्त कर ली जायेगा। इसी के साथ पुलिस ने अब उसके खिलाफ काफी सख्त कार्रवाई करने का मन बना लिया है। इसके तहत अब गायत्री का गैंग रजिस्टर्ड करने के साथ ही उसका नाम प्रदेश के भूमाफियाओं की सूची में शामिल करने की कोशिश शुरू हो गयी है।
पता चला है कि गायत्री प्रजापति के खिलाफ लखनऊ के थाना गौतमपल्ली, आशियाना और गोमतीनगर में चार मुकदमे दर्ज हैं। गौतमपल्ली में चित्रकूट की महिला की तरफ से गैंगरेप और उसकी बेटी के यौनशोषण पर पाँक्सो एक्अ के तहत मुकदमा दर्ज है। इसके अलावा, मेरठ के परतापुर निवासी राकेश प्रजापति से नौकरी दिनाने के नाम पर 12 लाख रु ऐंठने का आरोप हैंने गोंसाईगंज में बहुत कीमती जमीन पर कब्जा करने प्लाटिंग तथा अपार्टमेंट का निर्माण कराया है। इसके अलावा, उसने हमीरपुर, कानपुर तथा नोयडा सहित कई जिलों में जमीनें खरीदी हैं।
आरोप है कि गैंगरेप और पाँक्सो एक्ट के तहत मुकदमे में इसको अदालत से मिल गयी जमानत में पुलिस अधिकारियों ने जो खेल खेला है,उसका अब पर्दाफाश हो गया है। यह मामला शुरू से ही बडा विवादास्पद रहा है। इसके पहले इस मामले की जांच कर रही आलमबाग की तत्कालीन सीओ अमिता सिंह पहले से ही विवादास्पद रही हैं।