नई दिल्ली: यूपी के रायबरेली में चुनाव प्रचार के मकसद से प्रियंका गांधी वाड्रा अपने भाई कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ पहुंचीं. इस अवसर पर राहुल गांधी ने कहा कि कुछ महीने पहले कांग्रेस ने किसानों के मुद्दों पर पूरे उत्तर प्रदेश में यात्रा निकाली थी. उत्तर प्रदेश के दो करोड़ किसान पीएम मोदी से कर्ज़ा माफ़ी की अपील कर रहे हैं.
राहुल गाँधी ने कहा कि जब मैंने पीएम मोदी से कर्ज़ा माफ़ी के लिए मुलाक़ात की, जब मैं उनसे मिलने गया तो उन्होंने किसानों की कर्ज़ा माफ़ी के लिए कुछ नहीं बोला. उत्तर प्रदेश के चुनाव आते ही उन्होंने कि बीजेपी की सरकार आते ही कर्जा माफ़ करने की बातें की. कांग्रेस पार्टी ने किसानों का 70 हजार करोड़ का कर्ज़ा माफ़ किया था. तब हमारी उत्तर प्रदेश में सरकार नहीं थी. अगर पीएम मोदी चाहें तो 15 मिनट में कर्ज़ा माफ़ कर सकते हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी जहां भी जाते हैं वहां रिश्ता बनाते हैं. बनारस गए तो कहा कि बनारस का बेटा हूं, गंगा मेरी मां हैं. उन्होंने बनारस को वादा किया था कि बनारस को मैं साफ कर दूंगा, लेकिन बनारस अभी भी साफ नहीं है. मीडिया वालों को पीएम मोदी से घबराहट होती है. मोदी जी ने कहा कि हिंदुस्तान गंदा है, यहां बहुत कचरा रहता है, ऐसा करते हैं कि मैं अमेरिका जा रहा हूं, ओबामा से मिलने और तुम लोग झाड़ू उठाकर सफाई कर लो.
सरकार को करने होंगे वादे पूरे
राहुल गाँधी ने मोदी को नसीहत देते हुये कहा कि वह अपने वादे पूरे करें. उनका आरोप था कि पीएम ने अच्छे दिनों का वादा किया था, जो पूरा नहीं हुआ. उन्होंने कहा- '2014 में मोदीजी ने कहा अच्छे दिन आएंगे. दिलवाले दुल्हनिया वाली पिक्चर दिखाई, 2.5 साल बाद लगा गब्बर सिंह आ गया.'
'रिश्ते निभाने से बनते हैं'
राहुल गांधी ने खुद को यूपी का गोद लिया हुआ बेटा बताने पर भी मोदी को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि रिश्ते बोलने या जताने से नहीं बल्कि निभाने से बनते हैं. राहुल का आरोप था कि मोदी बिना सोचे-समझे काम करते हैं और उनके राज में आडवाणी और सुषमा स्वराज जैसे सीनियर नेताओं के पास कोई काम ही नहीं बचा है. राहुल ने पार्टी कार्यकर्ताओं से समाजवादी पार्टी के वर्कर्स के साथ पूरा सहयोग करने की भी अपील की ताकि गठबंधन 25-300 सीटें जीत सके.
जीत को भरोसा
राहुल ने भरोसा जताया कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का गठबंधन सत्ता में आएगा. उनके मुताबिक यूपी में भाईचारे की सरकार होगी और राज्य को मोदी की जरुरत नहीं है.