नई दिल्ली : वर्तमान मोदी सरकार और पिछली यूपीए में अब पीएसयू निदेशक नियुक्ति मामले में ज्यादा अंतर नही दिखाई दे रहा है। अब वह सूची और लंबी होती जा रही है जिसमे एनडीए सरकार पर आरोप है कि उसने देश की कई पब्लिक सेक्टर कंपनियों (PSU) में भाजपा नेताओं को स्वतंत्र निदेशक बनाया। कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DoPT) द्वारा जारी की गई लिस्ट में इससे पहले 10 नाम सामने आये थे, अब इनकी संख्या 16 तक पहुँच गई है।
इंडियन एक्सप्रेस की ताज़ा रिपोर्ट की माने तो दिल्ली भाजपा की उपाध्यक्ष शाजिया इल्मी, गुजरात आईटी सेल की राजिका कचेरिया, गुजरात में पार्टी के अल्पसंख्यक का चेहरा आसिफा खान, ओडिशा में पूर्व विधायक सुरमा पाधी और बिहार की पूर्व एमएलसी किरन के नाम और सामने आये थे जिन्हें बीजेपी ने पीएसयू कंपनियों का स्वतंत्र निदेशक बनाया था।
अब जो 6 नाम और सामने आये हैं उनमे ओडिशा बीजेपी उपाध्यक्ष राजकिशोर दास, गुजरात बीजेपी की मीडिया सेल के संयोजक हर्षद ए पटेल, बीजेपी महिला युनिट की एल विक्टोरिया गावरी, विशाखा शालनी, वडोदरा की पूर्व मेयर ज्योति कौशल सेठ के नाम शामिल हैं।
नवरत्न कही जाने वाली जिन पीएसयू कंपनियों में बतौर बोर्ड आॅफ डायरेक्टर हुई है उनमे कई दिग्गज कंपनियां शामिल हैं। इनमे इंजीनियरिंग इंडिया लिमिटेड, हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड, भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड और नेशनल एल्युमीनियम कंपनी लिमिटेड जैसी बड़ी कंपनियां हैं। गौरतलब है कि 2014 में सेबी ने नियम 49 में संशोधन किया था, इसके तहत किसी भी कंपनी में 50 प्रतिशत निदेशक गैरकार्यकारी या स्वतंत्र होंगे जिनमें एक महिला निदेशक भी होगी।