नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव का शंखनाद मायावती ने रविवार को आगरा से करते हुए कहा कि उनकी सरकार एक बार फिर से पूर्ण बहुमत से साल 2017 में बनेगी. मायावती ने इसके साथ ही विपक्षी पार्टियों पर भी जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि बीजेपी और एसपी दोनों मिली हुई है और अब बीएसपी की सरकार बनने से कोई नहीं रोक सकता.
दलित-मुस्लिम को साथ लाने की तैयारी में हैं माया
आगरा की आरक्षित सीट से रविवार को एक बड़ी रैली को संबोधित करते हुए दलित और मुस्लिम बहुल इलाके से अपनी चुनावी रैली का आग़ाज़ कर मायावती ने इस बात के साफ संकेत दिए कि उनकी रणनीति दलित-मुस्लिम को साथ लाने की है. हालांकि, इस दौरान मायावती की नजर सवर्ण वोटों पर भी रही. मायावती ने कांग्रेस पार्टी की सीएम चेहरा और दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित पर जोरदार हमले किए. उन्होंने शीला को दिल्ली को गन्दा करने वाली, दलित विरोधी के साथ-साथ बूढ़ी तक कह डाला.बीसीएपी सुप्रीमो ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि इन लोगों ने 6 साल तक राज किया और इस दौरान आरएसएस के सांप्रदायिक एजेंडे को बढ़ाने का काम किया.
अच्छे दिन बुरे दिनों में तब्दील
बसपा सुप्रीमो ने कहा, “अच्छे दिन बुरे दिनों में तब्दील हो गए हैं. मोदी ने लोकसभा के दौरान गरीबों को सस्ता राशन, बिजली, पानी, सरकारी मकान देने की बात कही थी. दो सालों में मजदूरों की मजदूरी कितनी बढ़ाई? किसानों की आए बढ़ी? किसानों की ज़मीन भूमि अधिग्रहण कानून के जरिये लेना चाहते थे, हमने विफल किया.”
आरक्षण ख़त्म करने की तैयारी में बीजेपी
मोदी पर हमला जारी रखते हुए कहा, “कालाधन 100 दिन में लाने को कहा था, 20 लाख रुपये देने का वादा किया था. किसी को 1 रूपया भी नहीं मिला. ललित मोदी घोटाला, व्यापम घोटाला, विजय माल्या घोटाला. बीजेपी भी कांग्रेस की ही तरह है. बीजेपी आरएसएस के एजेंडे के तहत आरक्षण ख़त्म करने की तैयारी कर रही है.”
मोदी की घोषणाएं झूठी : माया
मायावती ने कहा कि बीजेपी के दौर में सांप्रदायिक कट्टरवादिता, गोरक्षा, लव-जिहाद, हिन्दू राष्ट्र के नाम पर जनता का उत्पीड़न हो रहा है.लाल किले से दिए मोदी के भाषण की आलोचना करते हुए मायावती ने कहा कि 15 अगस्त में जो उपलब्धि गिनाई गई, वो ज़मीन पर नज़र नहीं आ रही हैं.