रांची /नई दिल्ली : 64वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के दौरान झारखंड का दबदबा रहा.इस मौके पर झारखंड को स्पेशल मेंशन अवार्ड दिया गया हैं. यह अवार्ड देशभर के फिल्मकारों को राज्य में फिल्म की शूटिंग करने के लिए प्रेरित करने और उनके लिए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए दिया गया है. झारखंड को यह पुरस्कार न सिर्फ देशभर के फिल्मकारों को प्रेरित करने के लिए ही नहीं बल्कि स्थानीय फिल्मकारों व कलाकारों को भी प्रमोट करने के लिए दिया गया है.
बताते चलें कि झारखंड के मुख्यमंत्री रघवर दास ने पिछले दिनों कहा था कि ' झारखंड संभावनाओं और विविधताओं से भरा प्रदेश है. क्षेत्रीय फिल्मों के जरिये पूरी दुनिया राज्य की गौरवशाली परंपरा, भव्य संस्कृति और प्रकृति से अवगत हो सकती है. फिल्म शूटिंग के लिए सरकार ने फिल्म नीति बनायी है. फिल्म सीटी का निर्माण किया जा रहा है. झारखंड में पुरातात्विक, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, धार्मिक व प्राकृतिक महत्व के कई स्थल हैं. राज्य में फिल्मों की शूटिंग पर्यटन बढ़ा सकती है. लोगों को रोजगार मुहैया करा सकती है.' महेश भट्ट ने कहा कि झारखंड के फिल्म नीति के चलते ही उन्होंने फिल्म ‘बेगम जान’ की शूटिंग यहां करने का फैसला किया था.
बेगम जान की 90 प्रतिशत शूटिंग झारखंड में
विद्या बालन की आगामी फिल्म 'बेगम जान' की लगभग 90 प्रतिशत शूटिंग झारखंड की उपराजधानी दुमका में हुई है. फिल्म की शूटिंग दुमका जिले के रनेश्वर, पाटजोर और नांदना गांव में हुई है. दुमका से जुड़े लोगों का कहना है कि यह पहली बड़े बजट वाली फिल्म है जिसकी शूटिंग यहां हुई है. नांदना गांव के पास नांदना पहाड़ की खूबसूरत वादियों में ‘बेगम जान’ के कोठे का सेट बनाया गया है जिसकी खूब चर्चा हो रही है. फिल्म 14 अप्रैल को रिलीज हो रही है.