रेल मंत्री सुरेश प्रभु उत्तराखंड दौरे पर आज केदारनाथ धाम पहुंचे।हैं। शुक्रवार रेलवे के अधिकारियों ने केदारनाथ एवं बदरीनाथ में उनकी व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
रेल मंत्री बदरीनाथ में उत्तराखंड में रेल सेवाओं को बड़े ऐलान कर सकते हैं।बदरीनाथ में रेल मंत्री सुरेश प्रभु चारधाम रेल परियोजना का शिलान्यास करेंगे। केंद्र सरकार ने ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन को सोनप्रयाग और जोशीमठ तक विस्तारित करने की मंजूरी दी है।
केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु बदरीनाथ में 13 मई को चारधाम रेल प्रोजेक्ट का शिलान्यास करेंगे। यहां के लोगों को सुरेश प्रभु के उपहार और प्रोजेक्ट के उद्घाटन की बेसब्री से इंतजार है। इससे पहले रेल मंत्री प्रभु ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का भी शिलान्यास कर चुके हैं, जिसका काम शुरू हो चुका है।
जिलाधिकारी चमोली विनोद कुमान सुमन के अनुसार केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु 13 मई को 12 बजे बदरीनाथ मंदिर पहुंचेगे और चारधाम रेलवे ट्रेक का शिलान्यास करेंगे।
इधर, सीमांत चमोली जनपद के लोगों में इस प्रोजेक्ट के शिलान्यास को लेकर काफी खुशी और उत्सुकता का माहौल है। बदरीनाथ के विधायक महेंद्र भट्ट के अनुसार रेल मंत्री जिस प्रोजेक्ट का शिलान्यास करेंगे, वह पर्यटन के विकास सहित कई अन्य विकास के मार्ग भी प्रशस्त करेगा।
चमोली जिले में भारत की सीमा चीन से लगती है। माणा पीक, रिमखिम, बडाहोती समेत कई सीमा चैकियां भारत की इस क्षेत्र में है। सीमा पार चीन भारत की सीमा के बहुत निकट तक रेलवे लाइन बिछा चुका है। भारत भी कुछ स्थानों तक सड़क पहुंचा चुका है, लेकिन अभी भी सरहद की चैकियां पर पैदल ही जाना होता है। पूर्व ब्रिगेडियर एमएस राणा कहते हैं कि जोशीमठ तक रेलवे लाइन का विस्तार सैन्य सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण होगा। हमारी सैन्य जरूरतों और सामग्रियों के आदान-प्रदान के लिए यह योजना महत्वपूर्ण होगी।
चीन न सिर्फ भारत की सीमा पर समय-समय पर हरकत करता है, बल्कि अपने सैन्य सामान को भी रेलवे व्यवस्था होने के कारण अपनी सीमा चैकियों तक मजबूती से पहुंचा रहा है। ऐसे में यदि जोशीमठ तक रेल लाइन का विस्तार होता है तो यह भारत की सैन्य शक्ति के लिए महत्वपूर्ण कदम होगा।