![featured image](http://www.hindi.indiasamvad.co.in/admin/storyimage/Jailalita-and-MGR-storyJayalalitha1.jpg)
नई दिल्लीः फिल्मी दुनिया से सियासत में कूदे अभिनेता एमजी रामचंद्रन और जयललिता के मधुर संबंध हमेशा सुर्खियों में रहे। फिल्मी दुनिया में जहां एमजीआर जयललिता के गाइड थे तो सियासत में उनके गुरु की भूमिका में। एमजीआर का जयललिता से कितना लगाव है, इसका अंदाजा इस वाकया से लगाया जा सकता है। एक बार एक फिल्म की शूटिंग के दौरान जयललिता नंगे पांव थीं और तेज धूप के कारण उनके पैर जलने लगे तो एमजीआर यह बर्दाश्त नहीं कर सके। पैरों को झुलसनेसे बचाने के लिए जयललिता को गोंद में उठा लिया और कार की सीट तक पहुंचाया। जयललिता की जीवनी “अम्माः जयललिताज जर्नी फ्रॉम मूवीज स्टार टू पोलिटिकल क्वीन” लिखने वाली वासंती ने अपनी किताब में इस वाकये का जिक्र किया है। एक इंटरव्यू में भी जयललिता ने कहा था कि एमजीआर उनकी रियल जिंदगी में भी हीरो का किरदार निभाते थे।
गुलाम लड़की का नंगे पैर करने थी शूटिंग
दरअसल उस वक्त जयललिता एमजीआर के साथ आदिमयप्पन फिल्म की थार रेगिस्तान में शूटिंग कर रही थीं। फिल्म में वो गुलाम लड़की का रोल निभा रही थीं इसलिए उन्हें नंगे पांव शूटिंग करनी थी। फिल्म सेट पर बाकी लोगों ने जूते पहन रखे थे मगर किसी को जयललिता का ख्याल नहीं आया कि धूप बढ़ने पर रेत जलने लगी है। रेत इतनी गरम हो गई कि जयललिता के पांव बुरी तरह जलने लगे। फिल्म यूनिट के किसी सदस्य ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया लेकिन एमजीआर ने महसूस किया कि रेत से जयललिता के पांव जल रहे हैं। उन्होंने तत्काल फिल्म की शूटिंग पैक अप करने के लिए कह दिया।