जयपुरः टोंक जिले से रिश्ते को कलंकित करने वाली खबर आई है। बीते दिनों जिस नवजात को 20 हजार रुपये में बेंचने का मामला सामने आया था, उसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। नवजात की मां ने फुफेरे भाई पर शारीरिक संबंध का इल्जाम लगाते हुए बच्चे का पिता बताया है। कहा कि लोकलाज की वजह से उसने संतान का सौदा कर दिया। उधर युवक ने आरोपों को झूठा बताया तो अब पुलिस ने डीएनए टेस्ट कराने का फैसला किया है।
क्या है मामला
बीते 11 अप्रैल को रसाल नामक महिला ने पति के साथ बच्चे वरदान को 20 हजार रुपये में फूफा को बेच दिया था। मामले का खुलासा होने पर फूफा कालू मोग्या ने नवजात को बाल कल्याण समिति के हवाले कर दिया। समिति ने दोनों पक्षों को नोटिस जारी कर सुनवाई के लिए बुलाया। इस दौरान रसाल ने नवजात वरदान को अपने फुफेरे भाई सोनू की अवैध संतान बताकर सनसनी फैला दी। रसाल ने बताया कि सोनू से उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था। कई बार उसने शारीरिक संबंध बनाए। इस बीच परिवार वालों ने उसकी शादी देवली के बीजवाड़ में कर दी। शादी से पहले उसे एक महीने का गर्भ था। रसाल के मुताबिक सोनू ने बच्चे को अपनाने को कह दिया था। मगर बाद में मना कर दिया। जिस पर उसने पिता को 20 हजार रुपये में बेच दिया।
कहीं 20 हजार रुपये के लिए महिला तो नहीं फंसा रही
उधर सोनू के पिता कालू मोग्या ने कहा कि अपने साले की बेटी रसाल को उसने 20 हजार रुपये दिए थे। यह पैसा लौटाना न पड़े इसके लिए मेरे बेटे को अपनी अवैध संतान का पिता बताकर फंसा रही है। इस पेचीदा मामले की सुनवाई करते हुए बाल कल्याण समिति ने एसपी को पत्र लिखकर बच्चे का डीएनए टेस्ट कराने की मांग की है।