नई दिल्ली : विकास के मुद्दे को लेकर यूपी के अखाड़े में कांग्रेस से गठबंधन कर सूबे की जनता से वोट मांगने निकले सीएम अखिलेश यादव और राहुल गांधी को भी ये पता चल गया कि उनके राज्य में इतना अधिक विकास हुआ है कि लोगों को सड़क पर चलने के लिए बिजली के तार उठाने पड़ते है. जान जोखिम में डालकर जनता घर से बाहर निकलती है. दरअसल जब खुद पर बीती तो उन्हें इसका अहसास हुआ.
सपा सरकार की खुली पोल पट्टी
गौरतलब है कि दोनों लोगों को सुरक्षा जवानों ने बिजली के तार ऊपर उठाकर रास्ता पार कराया. मालूम हो कि कई स्थानों पर बिजली विभाग ने मोटी कमाई करने के चक्कर में लाइनमैन और अभियंताओं ने सेटिंग कर अवैध कनेक्शन बाँट रखे हैं. जिसके चलते जनता कि जानमाल का बराबर खतरा बना रहता है. बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं कि जाती है. फिलहाल सपा सरकार के विकास कार्यों की पोल खुद से खुल गयी.
सपा-कांग्रेस का साथ
विधानसभा चुनाव को लेकर यूपी के सियासती अखाड़े में सभी दल कूद चुके है. इस अखाड़े में जहां सूबे में फिर से समाजवादी पार्टी की सरकार बनाने के लिए सीएम अखिलेश यादव ने तीस बरस से खोई हुई जमीन को पाने के लिए तड़प रही कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है. जिसके चलते दोनों ही पार्टियों के नेताओं ने रविवार को सूबे में ‘यूपी को ये साथ पसंद है’ नारे के साथ अखिलेश और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी एक मंच पर साथ दिखे.
जानिये क्या बोले राहुल गाँधी :
अखिलेश अच्छा लड़का है, पर उसे काम नहीं करने दिया जा रहा था- राहुल गाँधी
टीम शिवपाल पर सीधा निशाना साधते हुए राहुल गाँधी बोला कि मैं पहले भी कह चुका हूँ “अखिलेश अच्छे हैं, पर उन्हें काम नहीं करने दिया जा रहा है”
जब राहुल गाँधी ने यह बात कही तब अखिलेश के चेहरे पर एक्सप्रेशन देखते ही बनता था
राहुल ने आगे कहा कि दोनों को थोड़ा बहुत तो ‘समझौता’ करना पड़ेगा
बड़े नेताओं का आशीर्वाद बना रहेगा- अखिलेश यादव
सोनिया-मुलायम के साथ प्रचार करने के सवाल पर बोले कि “बड़े नेताओं का आशीर्वाद हमेशा साथ है”
अखिलेश आगे बोले कि गठबंधन की संभावनाएं आगे लोकसभा में भी बनी रहेंगी
अखिलेश बीजेपी की टास्क-फ़ोर्स पर बोले कि “सबसे पहले टास्क-फ़ोर्स बीजेपी वालों को ही पकड़ेगी
दोनों ही नेता साझा प्रेस वार्ता के दौरान काफी सहज दिखने की कोशिश कर रहे थे, पर पत्रकारों के सवाल पर उनके चेहरे पर असहजता साफ़ देखी जा सकती थी. अब आगे देखना होगा कि “यूपी को यह साथ पसंद है या नहीं”.