नई दिल्ली: शिकायत हुई, जांच दल बैठा और फिर करवाई हुई और तुरंत फैसला भी सुना दिया गया। फैसला था टीटीई का खिलाफ। जो महज 15 रुपये के चक्कर में नप गए। मामला है बाड़मेर से कालका जा रही ट्रेन का। जहां एक टीटीई ने यात्री से 15 रुपये लिए लेकिन रसीद नहीं दी। यात्री ने इस पर Tweet करके टीटीई की शिकायत कर दी बीएस इतने भर की देरी थी और ट्रेन के मेड़ता पहुंचते ही डीआरएम ने टीटीई को सस्पेंड कर दिया।
टीटीई के पास मिले एक हजार रुपये अधिक
यात्री का ट्विट मिलने के बाद जांच विजिलेंस को दी गई। विजिलेंस दल ने ट्रेन के मेड़ता पंहुचते ही टीटीई श्याम लाल को ट्रेन से उतारा। ट्रेन से उतारकर टीटीई की जांच की गई। जांच में टीटीई के पास एक हजार रुपये अधिक मिले जब टीटीई से इसके बारे में पूछा गया तो जांच दल को संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इस पर डीआरएम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए टीटीई को मेड़ता में ही निलंबन का आदेश थमा दिया।
डीआरएम ने की पुष्टि
इस खबर की पुष्टि खुद जोधपुर डीआरएम राहुल गोयल ने की उन्होंने कहा कि गत शनिवार बाड़मेर से कालका जा रही ट्रेन के एक आरक्षित कोच में टीटीई बिना वैध टिकट पाए जाने वाले यात्रियों से 15-15 रुपये ले रहा था, लेकिन उसकी रसीद नहीं दी। एक यात्री ने रसीद की मांग की, लेकिन टीटीई ने रसीद नहीं दी। यात्री ने इसकी शिकायत Tweet की। जिसके बाद करवाई करते हुए टीटीई को सस्पेंड कर दिया गया है।