रायपुर : सुप्रीत स्टूडियो में गई और आज की ताजा खबर पढ़ने का सिलसिला शुरू किया। उसी बीच एक ऐसी खबर से वास्ता पड़ा, जो उसकी जिंदगी की सबसे बुरी खबर थी। वह खबर थी पति की मौत की। मगर इस एंकर के हौसले की दाद देनी होगी। स्टूडियो में न आंख से आंसू गिरने दिया, न ही चेहरे पर खौफ को पसरने दिया। पूरी न्यूज बुलेटिन पढ़ डाली। न्यूजरूम के साथी भी सुप्रीम का यह हौसला देखकर दंग थे। किसी को कल्पना भी नहीं थी कि कोई एंकर अपने ही पति की मौत की खबर बताते हुए इस तरह सामान्य भी रह सकती है। मगर सुप्रीत ने अपने दुखों के पहाड़ को भी पेशेवर जिम्मेदारियों की राह में रोड़ा नहीं बनने दिया।
आंसुओं का सैलाब उमड़ा, आँखें डबडबा उठीं, मगर एक बू्ंद को भी टपकने नहीं दिया। स्थान-टीवी स्टूडियो और मौका-एंकरिंग का। रिपोर्टर से अपनी जिंदगी की सबसे बुरी खबर सुनकर भी वह एंकर यूं बनी रही, जैसे कुछ हुआ ही न हो। ऊपर टूटा दुखों का पहाड़ भी उसे एंकरिंग के पेशे की जिम्मेदारी से डिगा नहीं सका। स्टूडियो से बाहर निकली तो पूरी न्यूज बुलेटिन खत्म करके ही। दर्द को भी पी जाने के साहस की यह दांस्ता है सुप्रीत की। ईबीसी-24 चैनल की एंकर सुप्रीत कौर को क्या पता था कि दुनिया को 'आज की ताजा खबर' से रूबरू कराते-कराते उन्हें अपने पति की मौत की मनहूस खबर भी पढ़नी पड़ जाएगी। रायपुर से प्रसारित इस चैनल के स्टूडियो में हर रोज की तरह शनिवार को सुबह दस बजे बुलेटिन के वक्त सुप्रीत ने स्टूडियो में मोर्चा संभाला। 'आज की ताजा' खबर पढ़ने का सिलसिला शुरू किया। उसी बीच एक ऐसी खबर से वास्ता पड़ा, जो जिंदगी की सबसे दर्दनाक खबर थी। जो जिंदगी उजड़ जाने की खबर थी। यह खबर थी- एक हादसे में तीन साथियों सहित सुप्रीत के पति के मौत की। मगर इस एंकर के हौसले की दाद देनी होगी। स्टूडियो में न आंख से आंसू गिरने दिया, न ही चेहरे पर दर्द पसरने दिया। पूरी न्यूज बुलेटिन पढ़कर ही मानीं। न्यूजरूम का पूरा स्टाफ भी सुप्रीत का यह हौसला देखकर दंग था। किसी ने सोचा भी नहीं था कि कोई एंकर अपने ही पति की मौत की खबर बताते हुए इस कदर सामान्य भी रह सकती है। दरअसल सुप्रीत के पति हर्षद अपने दोस्तों के साथ टूर पर निकले थे। रात को पिथौरागढ़ के पास एक ट्रक ने हर्षद की डस्टर को टक्कर मार दी। इस हादसे में दो दोस्तों सहित हर्षद को जान गंवानी पड़ी। जैसे ही खबर न्यूजरूम में आई तो लोग गमगीन हो उठे। हालांकि प्रोड्यूसर ने बुलेटिन के वक्त सुप्रीत से पति का नाम जरूर छुपाया, मगर सुप्रीत को मौत के शिकार दोस्तों के नाम सुनकर पता चल चुका था कि पति की भी जान चली गई है। क्योंकि सुप्रीत को पता था कि हादसे में तीन लोगों के मरने की खबर है।
सड़क हादसे में गई जान
सुप्रीत कौर के पति हर्षद अपने दोस्तों के साथ घूमने गए थे. देर रात जब उनकी कार महासमुंद जिले के पिथौरागढ़ के पास पहुंची. तो मौत उनके सामने हाथ फैलाए खड़ी थी. पिथौरागढ़ के पास एक ट्रक ने हर्षद की डस्टर कार को टक्कर मार दी. इस हादसे में हर्षद की दो दोस्तों के साथ घटनास्थल पर मौत हो गई. और उनके दो दोस्त बुरी तरह घायल हो गए.
बुलेटिन में पढ़ी खबर
सुबह आठ बजे घटना की खबर चैनल के पास आई. सुप्रीत उस वक्त दस बजे का लाइव बुलेटिन पढ़ रही थी. बुलेटिन में ब्रेकिंग आई और साथियों ने पति का नाम नहीं दिया. लेकिन सुप्रीत को गाड़ी, रास्ते का नाम सुनकर अंदेशा हो गया कि पति हर्ष अपने दोस्तो के साथ उसी और गए है. उसके बाद लाइव के दौरान जब रिपोर्टर के फोनो के दिया तो सुप्रीत को समझ आ गया कि ये हादसा उसके पति के साथ हुआ है. सब जानकर भी उसने अपने आखो से आंसू गिरने नहीं दिया और खबर पढ़ती रही.
स्टूडियो से निकलते ही किया पति को फोन
स्टूडियो से बाहर आने के बाद सुप्रीत ने अपने पति के मोबाइल पर फोन किया . जबाव नहीं मिलने पर उसन पति के साथ मौजूद दोस्तो को फोन करना शुरू किया. उससे हर्षद की मौत की खबर छुपा ली गई और घायल होने की बात बताई गई. लेकिन उसे पता लग गया. भगवान ये दिन किसी को न दिखाए, न ऐसा किसी के साथ करें, न ये हो. क्योंकि इससे बुरा कुछ नहीं हो सकता है, कुछ नहीं.