इस्लामाबाद : भारतीय सेना द्वारा पीओके में किये गए 'सर्जिकल स्ट्राइक' का मुद्दा भारतीय मीडिया में गरमाया हुआ है। जहाँ पाकिस्तान अंतराष्ट्रीय मीडिया को बता रहा है कि लगातार कहा रहा है कि भारत ने कोई सर्जिकल स्ट्राइक नही की वहीँ भारतीय टीवी चैनलों ने सर्जिकल स्ट्राइक होने कई सबूत लोगों के सामने पेश किये हैं। इन सबके बीच पाकिस्तान ने दावा किया कि एक प्रमुख भारतीय चैनल ने एक पाकिस्तानी अधिकारी का एक ‘‘फर्जी’’ साक्षात्कार प्रसारित किया है।
इस अधिकारी ने साक्षात्कार में सीमा पार आतंकी शिविरों में भारत के लक्षित हमलों की पुष्टि की है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय का आरोप है कि सीएनएन न्यूज 18 ने पाक अधिकृत कश्मीर के पुलिस अधिकारी गुलाम अकबर का ‘‘फर्जी’’ साक्षात्कार प्रसारित किया जिसमें अधिकारी ने भारत के लक्षित हमलों की कथित तौर पर पुष्टि की। मंत्रालय ने एक बयान में बताया ‘‘संवाददाता ने खुद को पंजाब पुलिस के महानिरीक्षक के तौर पर पेश किया।
मंत्रालय ने आगे कहा ‘‘अकबर ने फोन पर ऐसी कोई बात करने से साफ इंकार किया है और तो और भारतीय टीवी चैनल की रिकॉर्डिंग में आवाज भी उनकी :अकबर की: नहीं है।’’ बयान में आगे मंत्रालय ने कहा है कि घरेलू राजनीति क लाभ के लिए कहानियों को गढ़ने के उद्देश्य से फर्जी कार्यक्रम का प्रसारण करने के लिए भारतीय मीडिया की पाकिस्तान निंदा करता है।
इसमें कहा गया है ‘‘यह साफ संकेत है कि भारत में कुछ वर्ग लक्षित हमले के झूठे भारतीय दावे को किसी भी तरह से सच साबित करने के लिए जी तोड़ कोशिश कर रहे हैं।’’ बयान में कहा गया है ‘‘हमें उम्मीद है कि सीएनएन संबद्ध टीवी चैनल के साथ मामले को अत्यंत गंभीरता से लेगा और चैनल के खिलाफ कार्रवाई करेगा और ऐसा न करना इस अनैतिक कृत्य की सीधी जिम्मेदारी लेना होगा।
हम कथित टीवी चैनल के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने का अधिकार सुरक्षित रखते हैं। ’’ सीएनएन न्यूज 18 की खबर में कहा गया था कि अकबर ने माना है कि लक्षित हमले हुए। उरी में सैन्य मुख्यालय पर हमले में 19 भारतीय जवानों के शहीद होने के बाद पाकिस्तानी भूभाग में किए गए भारतीय लक्षित हमलों को पाकिस्तान ने ‘‘झूठा’’ एवं ‘‘गढ़ा हुआ’’ बताया है।