लखनऊ : कहते हैं कि इंसानियत से बड़ा कोई न तो कोई धर्म होता है न ही कोई रिश्ता. यह साबित कर दिया बीजेपी के विधायक विपिन कुमार ने. यूपी के एटा सदर विधानसभा से विधायक विपिन कुमार ने मुस्लिम परिवार की जान बचाई . आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर मुस्लिम परिवार को भयानक एक्सीडेंट हो गया था। दुर्घटना के बाद परिवार सड़क पर पड़ा तड़प रहा था, लेकिन किसी ने उन्हें अस्पताल पहुंचाने की जहमत नहीं उठाई. लोग वहां खड़े हो कर वीडियो बना रहे थे.
सारी मीटिंग्स छोड़ दी और तीन घंटे से ज्यादा समय तक घायल परिवार की मदद की
इस दौरान बीजेपी विधायक ने उस परिवार की मदद की. विधायक आगरा से लखनऊ विधानसभा के लिए निकल रहे थे, उसी दौरान उन्हें एक जगह पर सड़क के किनारे भीड़ जमा हुई देखी. जिसके बाद उन्होंने गाड़ी रुकवाई और मामला जानने की कोशिश की. उन्होंने अपनी सारी मीटिंग्स छोड़ दी और तीन घंटे से ज्यादा समय तक घायल परिवार की मदद की. यहां तक कि वह लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल तक एंबुलेंस को एस्कॉर्ट करते हुए गए.
पुलिस 45 मिनट लेट पहुंची ..
उन्होंने कहा, “मैंने अपने गार्ड और ड्राइवर के साथ में था, मैंने देखते ही गाड़ी को रोड के साइड में लगवाई. मैंने घायलों को कुछ कपड़ों के टुकड़ों से ढका और उन्हें पानी पिलाया ताकि वह होश में आ सके. विधायक ने बताया कि पुलिस प्रतिक्रिया वाहन को घटनास्थल पर पहुंचने के लिए 45 मिनट से अधिक का समय लगा. हालांकि मौके पर मौजूद लोगों ने हमारे पहुंचने से पहले मदद की मांग की थी. हमने घायलों को एंबुलेंस के अंदर डाला और गाड़ी को एस्कॉर्ट (कवर) करते गुए लखनऊ के केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर पहुंचे. विधायक ने कहा, “मेरे लिए वह सिर्फ इंसान थे. यह मायने नहीं रखता कि वह हिंदू या मुसलमान थे. एक इंसान होने के नाते उनकी जान बचाना मेरा कर्तव्य था। मैं क्या, मेरी जगह कोई भी होता तो इस परिस्थिति में यही करता.”
मदद न करते तो कई लोगों की जान जाती
हाईवे पर आते-जाते यात्रियों ने विधायक को मदद करते देखा। उनके साथ अन्य लोग भी मदद के लिए आगे आए। लोगों का कहना था कि एक विधायक आज भी आम इंसान बना हुआ है। लोगों का कहना था कि अगर भाजपा विधायक तत्काल मदद न करते तो कई लोगों की जान जा सकती थी।