रीत प्रताप सिंह जिसे शैतानी गुड़िया कहना गलत नहीं होगा । इन्हें अपनी मुस्कुराहट के पीछे छुपे गम की कोई परवाह नहीं लेकिन दूसरो को खुश रखना बखूबी जानती है । बरसात से इन्हें इतना प्यार है जिसकी कोई हद नहीं । ये आप खुद ब खुद पढ़ने के बाद जान जाएंगे । वही दूसरी ओर है रूहान सिंह शेखावत जिन्हें सिवाय बदले के और किसी का अर्थ मालूम नही । दो अलग जगह और एक दूसरे से जुदा ये लोग क्या इनकी किस्मत इन्हें पास लाएगी और लाती भी है तो क्या अंजाम दिखाएगी ये जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी नोवल " सागर से गहरा इश्क पियाजी " ! .....