नई दिल्ली : कमीश्नर साहब ! दिल्ली में यह गाड़ी घुसी तो घुसी कैसे ? क्या कर रही थी आपकी पुलिस. यूपी बार्डर से दिल्ली यूनिवर्सिटी की दूरी के बीच करीब दस बेरिकेटिंग पुलिस की पड़ती हैं. बावजूद इसके आपकी पुलिस ने इस गाड़ी को कहीं रोका भी नहीं.
तस्वीर से दावा निकला झूठा
मालूम हो कि पीएम नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह की सहमति के बाद दिल्ली के नये पुलिस कमीश्नर का चार्ज जब अलोक वर्मा ने सँभाल था तो उन्होंने यह ऐलान किया था कि अब दिल्ली के अंदर खासकर दिल्ली की किसी यूनिवर्सिटी कैम्पस में अब दबंगई नहीं चलेगी.लेकिन उनके दावों की कलई दिल्ली के नार्थ कैम्पस की फेसबुक पर पोस्ट की गयी दिल्ली यूनिवर्सिटी की इस तस्वीर से खुल गयी है. यह तस्वीर एक पत्रकार द्वारा अपनी फेसबुक पर पोस्ट की गयी है.
पत्रकार की पोस्ट ने खोली दिल्ली पुलिस की कलई
दिल्ली यूनिवर्सिटी के नार्थ कैम्पस की यह तस्वीर वरिष्ठ पत्रकार अगस्त्य अरुणाचल ने अपनी फेसबुक पर शुक्रवार की रात पोस्ट की है, जिससे यह बात साफ होती है कि यह फोटो शुक्रवार शाम की दिल्ली के नार्थ कैम्पस की है. फिलहाल इस तस्वीर में जहां गाड़ी की नम्बर प्लेट पर बड़े- बड़े अक्षरों में 'जाट' लिखा है. वहीँ छोटे-छोटे अक्षरों में नम्बर प्लेट के नीचे लिखा है- यूपी -13 -एपी-5095 , नम्बर के आधार पर यह गाड़ी यूपी के बुलन्द शहर की है.
दिल्ली की सुरक्षा भेदी यूपी के रंगबाजों ने
बावजूद इसके कमीश्नर साहब दिल्ली के भीतर यह गाड़ी पुलिस की करीब दस बेरिकेटिंग को पार करते हुए घुसती हुई चली आयी और आपकी पुलिस ने इसे इतनी लंबी दूरी में एक भी स्थान पर रोकने की जरुरत नहीं समझी. वैसे तो चप्पे-चप्पे पर खड़ी आपकी पुलिस जरा सी चूक पर लोगों की गाड़ियों के चालान काटती घूमती है. फिर यूपी की यह गाड़ी तो मोटर वेहिकल एक्ट का खुला उल्लंघन करते हुए साहब देश की राजधानी दिल्ली में घुसते हुए चली आयी. सवाल इस बात का है कि क्या यही तानाबाना आपने दिल्ली की जनता की सुरक्षा का बुना है. अगर बुना है तो इसे कोई भी बड़ी आसानी से भेदते हुए यहाँ घुस सकता है और यहाँ आकर किसी भी वारदात को अंजाम देकर बड़ी आसानी से 'नौ दो ग्यारह' हो सकते हैं.