... गौरतलब है कि यह सारे लोग अपने-अपने राष्ट्र के न केवल पूंजीपति ही हैं, बल्कि तमाम सरकारी नीतियों को प्रभावित करने की सीधी क्षमता भी रखते हैं. इनमें ब्रितानी प्रधान मंत्री डेविड कैमरून, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का नाम मामले को बेहद गहरा और गंभीर बना रही है, क्योंकि यह विश्व के शक्तिशाली देशों का प्रतिनिधित्व करते हैं. वैसे तो अनेक देशों में विदेशी बैंक खाते रखना गैर कानूनी नहीं माना जाता है, लेकिन जैसे इन खातों का उपयोग गोपनीय तरीके से अपनी आय बचाने के लिए होता है, अधिकांश देशों के लिए गैरकानूनी ही है. इस दस्तावेजों में भारत के भी छोटे-बड़े कुल मिलाकर 500 नामों का खुलासा हुआ है, जिसकी जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) का गठन हो चूका है. इस एसआईटी में, आयकर विभाग, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी शामिल हैं....
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