जालंधरः कर्ज न चुकता करने पर साहूकारों ने कहा-पत्नी और बेटी को हमें सौंप दो। इससे सदमा खाकर पूरे परिवार ने मौत को गले लगा लिया। मामला भोगपुर थाने का का है। इस घटना से साफ पता चलता है कि पंजाब में गरीब लोगों का किस तरह साहूकार शोषण कर रहे हैं। परिवार जालंधर के पठानकोट चौक के पास एक अपार्टमेंट में रहता था।
क्या है मामला
सुसाइट नोट में अनिल अग्रवाल ने लिखा है कि उनसे कुछ लोगों से लोन लिया था। मगर मूलधन पर ब्याज बढ़ता ही गया। पैसा देने वाले लोग कहते हैं कि वह पत्नी और बेटी को उठा ले जाएंगे। जिससे आहत होकर वह परिवार सहित जान दे रहा है। पुलिस ने घर से अनिल, पत्नी रजनी और 18 वर्षीय राशि और 23 वर्षीय बेटे अभिषेक का शव बरामद किया। सभी ने सल्फास का सेवन कर आत्महत्या की। क्योंकि मौके से सल्फास की शीशी और पानी की बोतल मिली।
पुलिस ने दर्ज किया केस
पुलिस ने सुसाइट नोट के आधार पर आरोपियों के खिलाफ धारा 306 यानी आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में केस दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी में जुट गई है। पुलिस ने सभी की लाश हाईवे के किनारे से बरामद की।