अनूप श्रीवास्तव
नई दिल्लीः उड़ी के आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के प्रति अब तक सख्त कदम न उठाए जाने पर शिवसेना ने पीएम मोदी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पकिस्तान पर भारत के रुख को लेकर उद्धव ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र सामना के ज़रिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होनें कहा कि हिन्दुस्तान की ढाई सालों से जारी दुनियादारी अब निरर्थक दिख रही है क्योंकि उड़ी आतंकी हमले के बाद कोई देश भारत के साथ दृढ़ता से खड़ा नहीं है।
सामना की संपादकीय के प्रमुख अंश
हिन्दुस्तान की पिछले दो से ढाई वर्षों से जारी दुनियादारी आखिरकार निरर्थक साबित हुई...उरी आतंकी हमले के बाद कसम से कोई भी देश हिंदुस्तान के साथ दृढ़ता से खड़ा नहीं दिखा। पहले खबर आई कि रूस ने पाकिस्तान के साथ के सैन्य अभ्यास रोक दिया है, हलांकि रशिया ने ऐसा कुछ भी नहीं किया। रूस की फ़ौज युद्धाभ्यास के लिए वहां पहुच चुकी है,यह हिन्दुस्तान की दुनियादारी के लिए तमाचा है.....चीन पाकिस्तान पर उरी हमले के बाद गुस्से में है पर यह झूठ निकला ....पाकिस्तान को चीन ने वचन दिया की तुमपर कोई भी विदेशी हमला होने की स्थिति में हम तुम्हारे साथ है....इंडोनेशिया ने भी उरी हमले का विरोध जताया था।
हिन्दुस्तान से स्नेह आदि सम्बन्ध रखनेवाले इंडोनेशिया ने पाकिस्तान को रक्षा सामग्री की आपूर्ति करने का निर्णय लिया.....मतलब रिश्ते और दुनियादारी की बजाय हरकोई स्वार्थ और धंधे की तरफ देख रहा है.....इस्लामी राष्ट्र संगठन का काम देखनेवाले OIC कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान का खुला समर्थन किया....फिर अरब राष्ट्रों में हमारे सत्ताधीशों ने जो दुनियादारी की उसका क्या लाभ हुआ....तुर्किस्तान ने तो कमाल कर दिया पाकिस्तान के मांग के बाद कश्मीर में सत्य की पढ़ताल के लिए एक रिसर्च दस्ता भेज रहा है.....नेपाल को भी पकिस्तान के साथ सौहार्दपूर्ण रिश्ते रखने है....प्रिय ओबामा के राष्ट्र अमरीका ने तो पाकिस्तान का सीधे नाम ना लेते हुए आतंकवाद की भर्त्सना की है..
1971 में बांग्लादेश युद्ध के समय रशिया ने इंदिरा गाँधी या कहें हिंदुस्तान की मदद के लिए अपना सातवा जंगी बेड़ा भेजकर दोस्ती निभाई थी, क्या वैसी दोस्ती कोई निभाता नजर आ रहा है....उरी के बाद आप पाकिस्तान को तन्हा करने की बात कितनी भी चीख चीखकर क्यों ना करे असल मायने में वो सब बेमतलब है और सामना में यहां तक लिक दिया गया कि कहीं हिन्दुस्तान को ही तो तन्हा नहीं किया जा रहा ?
पाकिस्तान भले ही दुश्मन राष्ट्र है पर फिर भी उसके राष्ट्रपति नवाज़ शरीफ़ का सीना अचानक क्यूं 56 इंच का हो गया है। दरअसल उनका सीना 56 इंच तक फूलने के पीछे उनकी मर्दानगी नहीं बल्कि हमारी दुम दबाने की आदत ज़िम्मेदार है... सामना ने यहां तक कहा कि जवानों का बलिदान जारी है और हमारे दिल्ली आज भी पाकिस्तान को अंतिम चेतावनी देने में खुद को धन्य मान रहे है..पाकिस्तान दिल्लीश्वरों के शब्दास्त्रो से निपटनेवाला नहीं वहां जस का तस जवाब देनेवाला चाहिए यह दुर्भाग्य से कहना पड रहा है.