नई दिल्ली : सिवान के पत्रकार राजीव रंजन की हत्या की जांच कर रही बिहार पुलिस के सामने कातिल रोजाना सीएम नीतीश कुमार के मंत्रियों के साथ घूम रहा है और फोटो खिंचवा रहा है. लेकिन उसकी गिरफ़्तारी तो दूर उस पर हाथ डालने की भी हिम्मत बिहार पुलिस नहीं जूता पा रही है. जिसके चलते सरकार की किरकिरी हो रही है. अब इस मामले को तूल पकड़ते देख सुशासन बाबू ने डॉन की रिहाई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का मन बनाया है.
कैफ की फोटो हुई वायरल
मालूम हो कि कल यानि मंगलवार को रंजन का हत्यारा मोहम्मद कैफ खुलेआम बिहार के डॉन शाहबुद्दीन के काफिले के साथ घूम रहा था और बुधवार को उसका फोटो राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप के साथ उसकी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई है. इन तस्वीरों के वायरल होने के बाद विपक्षी पार्टियों को सरकार पर निशाना साधने का मौका मिल गया है. बीजेपी ने पत्रकार हत्याकांड के आरोपियों की तस्वीर मंत्री और शहाबुद्दीन के साथ वायरल होने पर सरकार और लालू के बेटे पर निशाना साधा है.
नीतीश शाहबुद्दीन की जमानत को लेकर चुनौती देंगे
जिसके चलते सुशान बाबू की सरकार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. इन मुश्किलों से बचने के लिए सीएम नीतीश कुमार ने शाहबुद्दीन को हाईकोर्ट से मिली जमानत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने का मन बनाया है. सूत्रों के मुताबिक बिहार के डॉन शाहबुद्दीन की जेल से रिहाई के पीछे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का हाथ बताया जाता है. बताया जाता है की लंबे समय से सत्ता से वंचित रहे लालू भीतर ही भीतर नीतीश को पैदल करने में लगे हैं. और जब से उनका दाहिना हाथ कहे जाने वाले शाहबुद्दीन की जेल से रिहाई हुई है. तब से वह और ताकतवर हो चले हैं.
लालू की बल्ले-बल्ले
जिसके चलते सरकार की रोजाना किरकिरी हो रही है. विदित हो कि जेल से रिहा होते ही बिहार के डॉन शाहबुद्दीन ने यह बात साफ कर दी थी कि सीएम से उनके रिश्ते न पहले अच्छे थे और न ही आगे अच्छे रहेंगे. इसके साथ ही यह भी कहा था कि उनके नेता लालू है और आगे भी रहेंगे. इसका मतलब साफ है कि लालू के इशारे पर ही कैफ को अपने साथ सरकार की छवि बिगाड़ने को लेकर जेल से बाहर छूट कर आये माफिया शाहबुद्दीन उसे अपने काफिले के साथ लेकर घूम रहा है.
क्या बोला कैफ ?
गौरतलब है कि सीएम नीतीश की पुलिस भी उस पर हाथ क्यों नहीं डाल पा रही है. बताया जाता है कि इसके पीछे बहुत बड़ा खेल लालू का है. इसलिए नीतीश कुमार चुप्पी साधे हुए है. हालांकि लालू ने मीडिया को दिए गए अपने एक बयान में कहा है कि सरकार नहीं गिर रही है, लेकिन पार्टी से जुड़े लोगों कि बात मानें तो लालू नीतीश को पैदल करने में लगे हैं. उधर कैफ ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि उसने किसी कि हत्या नहीं की है. उस पर जबरदस्ती हत्या का आरोप लगाया गया है.