नई दिल्ली: तमिलनाडु एसेंबली के 29 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा जहां तमिलनाडु की विधानसभा में बहुमत साबित करने की स्थित आई। आज मुख्यमंत्री पलानीस्वामी आज (18 फरवरी) को बहुमत साबित करेंगे। । विधानसभा का सेशन 11 बजे शुरू होगा। विरोधियों के मुश्किल खड़ी करने से पहले अपने ही पलानीस्वामी की मुश्किल बढ़ा सकते हैं। विश्वास मत की पूर्व संध्या पर पलानीस्वामी गुट को उस वक्त झटका लगा जब विधायक और राज्य के पूर्व डीजीपी, आर नटराज ने कहा कि वे मुख्यमंत्री के विश्वास प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करेंगे। नटराज के इस कदम से 234 सदस्यों वाली विधानसभा में पलानीस्वामी के कथित समर्थक विधायकों की संख्या कम हो कर 123 गई है।
वहां द्रमुक क एम के स्टालिन (कार्यकारी अध्यक्ष) ने कहा कि उनकी पार्टी पलानीस्वामी सरकार के विश्वास मत के खिलाफ मतदान करेगी जबकि विश्वास मत को लेकर कांग्रेस ने अभी रूख साफ नहीं किया है। तमिलनाडु कांग्रेस समिति के प्रमुख सू थिरूनावुक्करासर ने कहा कि पार्टी आला कमान की सलाह के बाद वोटिंग पर फैसला किया जाएगा। नटराज ने कहा, ‘‘मैं इदाप्पडी के पलानीस्वामी सरकार के विश्वास मत के प्रस्ताव के खिलाफ मतदान के लिए विवश हूं।’’ मायापोर विधायक नटराज ने कहा, ‘‘मैंने अपने विधानसभा क्षेत्र में लोगों से बात की और उनमें से अधिकतर की राय है कि ओ पनीरसेल्वम की सरकार को बने रहना चाहिए और मुझे विधानसभा के लोगों की राय को विधानसभा में प्रतिबिंबित करना होगा।’’नटराज ने एक सवाल के जवाब में कहा कि वो इसे विश्वास मत के तौर पर नहीं बल्कि ‘‘अंत:करण’’ के मत के तौर पर देखता है।
नटराज के इस कदम से पहले पलानीस्वामी ने 124 विधायकों के समर्थन का दावा करते हुए कहा था कि उनकी सरकार टिकी रहेगी जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी और पूर्व मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने शशिकला और उनके परिवार के खिलाफ तब तक अपनी जंग जारी रखने का फैसला किया है ‘‘जब तक अम्मा (जयललिता) का शासन बहाल नहीं हो जाता।’’ तो अब चिनम्मा जेल में और पलानीस्वी की परीत्र शशिकला जेल में