नई दिल्ली: जिस एजेंसी ने धोनी की आधार संबंधित जानकारी को ट्वीट कर सार्वजनिक किया था, उसे 10 सालों के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है. जी हां, एक वरिष्ठ अधिकारी ने न्यूज एजेंसी PTI ने यह जानकारी दी है. दरअसल, आधार कार्ड बनाने में भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) की मदद करने वाली एक एजेंसी ने अतिउत्साह में महेन्द्र सिंह धोनी के आधार कार्ड की जानकारी को ट्विट कर सार्वजनिक कर दिया था. जिसके बाद धोनी की पत्नी साक्षी ने आईबी मिनिस्टर को ट्वीट कर पूछा था कि निजता है या ख़त्म?
धोनी की पत्नी ने ट्वीट करके केंद्रीय कानून, सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्री रवि शंकर प्रसाद को इसकी जानकारी भी दी और गुस्सा भी जताया. दरअसल, एजेंसी के कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) ने 27 मार्च को अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा था- क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी और उनके परिवार ने वीएलई मारिया फारूकी के सीएसई रांची, झारखंड के केन्द्र से अपना आधार कार्ड अपडेट कराया. इस ट्वीट में प्रसाद को भी टैग किया गया था. ट्वीट में सीएसई प्रतिनिधि के साथ एक फोफो भी शेयर किया गया था. यही नहीं, इसमें क्रिकेटर की निजी जानकारियां भी थी. बाद में इस ट्वीट को हटा लिया गया. ग़ौरतलब है कि उस जानकारी सार्वजनिक करने वाले ट्वीट को खुद मंत्री रविशंकर प्रसाद के हैंडल से लाइक भी किया गया था,
क्या था धोनी की पत्नी का ट्वीट
धोनी की पत्नी साक्षी ने ट्वीट किया था- क्या कुछ निजता बची हुई है? आधार कार्ड की जानकारी और आवेदन समेत को सबको सार्वजनिक कर दिया गया है. मंत्री ने साक्षी को इस मुद्दे को सं ज्ञान में लाने के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा था- निजी जानकारी साझा करना गैरकानूनी है. कड़ी कार्रवाई की जाएगी.