कोटा : यहां एक युवक अपने साथियों के साथ पुलिस थाने पहुंचा . उसने थानेदार से कहा बहन को कुछ लडके छ़ेड रहे हैं पुलिस ने अनसुना कर दिया . उसने युवकों को छेड़कानी से रोका और घर लौटा. कुछ देर बाद 10-11 लड़के उसके घर पहुंचे और मां चीख-पुकार मचाती रही, हाथ जोड़ती रही, लोग देखते रहे और बदमाश ने मां के सामने उसके बेटे को तलवार मार मार कर हत्या कर दी. घटना धुलंडी के दिन बाद की है.
बदमाशों ने थाने के बाहार लड़को को देख लेने की बात की और उस समय चुप हो गए. लड़का घर लौट गया . घर पहुंचने के कुछ देर बाद ही 10-11 लड़के एक-एक कर घर में घुसे. घर के अंदर से बाहर की ओर जोर-जोर से चीख-पुकार सुनाई देने लगी . लड़के लोकेश को घसीट कर बाहर लाए और चाकुओं से गोदते रहे.
तमाशा देखने के अलावा कुछ नहीं कर पाए पड़ोसी
मां बगल में बैठी कभी लड़कों को रोकती, कभी लोगों को हाथ जोड़कर गुहार लगाती.मेरे बेटे को मार डाला, कोई बचाओ. छोड़ दो. बस यही चीखें सुनसान गली में गूंजती रही, लेकिन बदमाशों ने एक न सुनी और चाकुओं से लगातार हमला करते रहे.
दो और लड़के घायल हुए
घटना में लोकेश, रोहित, मनीष आदि पर भी चाकुओं और तलवारों से हमला किया गया, लेकिन दो बच गए और लोकेश उनके कब्जे में आ गया. ऐसे में लोकेश की मौत हो गई और शेष दोनों घायल हो गए. घटना के बाद पुलिस ने संजय मेवाड़ा (18), जयकिशन खत्री (22), ललित सिंधी (27), दिनेश उर्फ मोनू कोली (21), निमिष शर्मा उर्फ सन्नी (32), हरीश सिंह उर्फ छोटू (20), साजिद अली उर्फ सोनू (20), अय्याज गौरी (21), मोहसिन खान (20), आशिक उर्फ साजिद (20) को गिरफ्तार किया. एक नाबालिग को भी पाबंद कर दिया.