नई दिल्ली : विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की किडनी का प्रतिरोपण एम्स के 50 डॉक्टरों की टीम ने सफलतापूर्वक कर लिया। टीम ने लगभग छह घंटे तक सर्जरी की जिसके बाद उन्हें गहन चिकित्सा कक्ष में स्थानांतरित कर दिया गया। एम्स के सूत्रों ने कहा कि सुषमा को लगभग 40 वर्ष उम्र की एक महिला ने किडनी दान दी और वह विदेश मंत्री की रिश्तेदार नहीं हैं। एम्स के निदेशक एम. सी. मिश्रा ने बताया, ‘‘सर्जरी सफल रही। अब उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत स्थिर है। चिकित्सकों की एक टीम उनकी निगरानी कर रही है।
सुषमा स्वराज को किडनी दानकर्ता ने स्वेच्छा से अपनी किडनी दान दी है।'' सूत्रों ने बताया कि चूंकि उनके परिवार में कोई उपयुक्त दानकर्ता नहीं मिला इसलिए किसी दूसरे व्यक्ति की किडनी लेनी पडी। उन्होंने कहा कि इसके लिए एम्स के प्राधिकार समिति से मंजूरी ली गई।
विदेश मंत्री के ट्वीट के बाद कई लोगों ने उन्हें किडनी दान करने की इच्छा जताई थी। विदेश मंत्री को किडनी दान करने की पेशकश करने वालों में एक मुस्लिम व्यक्ति भी था। जिसका आभार जताते हुए उन्हीने कहा था कि किडनी पर किसी धर्म का ठप्पा नही होता है। पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित समेत काफी संख्या में लोगों ने सोशल मीडिया पर सुषमा के जल्द सवस्थ होने की कामना की है।