भारत की है,अपनी शान झंडे की है,अपनी आन। सर्वत्र फैले ज्ञान प्रकाश सबका करो प्रेम सम्मान। पढ़ो-लिखो सब बनो सुजान ज्ञान-विज्ञान नहीं अनजान। खुद मत गाओ अपना गान घर-घर होवे सच्चा ज्ञान। पर्य
पत्र पर पड़ी जल की कुछ बूंदें प्राण बलिदान करने को आतुर दुविधा में पड़ी जीवन-मृत्यु के। सूर्य देवता पी लेंगे ऊर्जा से खो जाऊंगी धरती के गर्त में बचा पाएगा कब तक पर्ण किसके काल का ग्रास बनूंगी
सृष्टि रचना की ब्रह्मा ने आई धरती पर प्रथम गौ-माता। माँ-माँ का प्यारा शब्द गौ-माता की बोली से आता। मां समान दुग्ध पान कराती पाल-पोस कर बड़ा बनाती। कामधेनु के रूप में इच्छाओं को पूरा करती
संत कबीर जी का जन्म काशी में सन 1398 (संवत 1455) में ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा को माना जाता है। उनके अनुयायी उनके जन्मदिवस को 'कबीर साहेब प्रकट दिवस' के रूप में मनाते हैं। वे एक मस्तमौला संत थे, जिन्हों
"अनुभव जीवन का सबसे सच्चा दोस्त होता है पर हम उसे नकार देते हैं।" {315} "सभी लोगों को सम्मान देना आपके संस्कार का द्योतक है।" {316}
"भय या डर अपूर्ण ज्ञान का परिचायक है। {313} "शांति को प्राप्त करने के लिए दौड़ने कि नहीं एकांतवास की आवश्यकता है। {314}
"अंधेरे में आशा की किरण सिर्फ सकारात्मक सोच ही देती है।" {307} "प्रेम सिर्फ वैवाहिक बंधन ही नहीं... प्रेम अनंत है प्रेम एक दूसरे का सम्मान है।" {308}
"विकल्पों के जाल में ना फंसे... मनुष्य को सुधारने के लिए एक अच्छा संकल्प ही काफी है।" {305} "मिट्टी पर कदम चलाओगे तो शीतलता मिलेगी। संगमरमर तो जलन पैदा करता है।" {306}
"सबसे उत्तम दृष्टि वह होती है, जो स्वयं की गलतियों को देख सके।" {295} "मनुष्य की यह कैसी मनोवृति है, किसी की बुराई पर तुरंत विश्वास कर लिया जाता है लेकिन अच्छाई की खोजबीन की जाती है।" {296}
"सत्य बोलने के लिए कोई तैयारी नहीं करनी पड़ती, क्योंकि सत्य हमेशा हृदय से निकलता है” {293} "सफलता की पहली सीढ़ी मुश्किल होती है... बाकी आसान होती चलती हैं।" {294}
"सुंदर अर्थ के बिना शब्दों का कोई महत्व नहीं है।" {291} "हमारा कोई भी कार्य ऐसा ना हो कि कोई हमें दुआ नहीं दे सकता तो बद्दुआ भी ना दे।" {292}
"ज़िंदगी में मुश्किलें हमें डराने नहीं आती हैं बल्कि हमारी छुपी हुई शक्ति को जगाने आती हैं।" {289} "आपके पास कितने भी शब्द हों, मगर उनका अर्थ अगर किसी का मन नहीं छू सकें, तो सब व्यर्थ हैं।"
"किसी मुकाम को प्राप्त करने की जिद्द ही जीत का रहस्य है।" { 287} "डर को दूर करने के लिए स्थिर होकर खड़े होने की आवश्यकता है... भागने की नहीं।" {288}
"मानवता जीवन की रात रानी है जो भयानक अंधियारे में भी महकती है।" { 283} "सौम्यता चंदन का वृक्ष है जिसकी सुगंध दूर-दूर तक फैलती है।" { 284}
"बसेरे में बसी होती है हर प्राणी की श्वास-निश्वास। कोने-कोने में सुगंधित प्रेम-प्यार,आस-विश्वास।" {261} "बसेरा तो बसेरा है खग-मृग या नर का हो। वन-जंगल,पेड़-पौधों या धरती-आकाश का हो।" {262}
"लक्ष्य विहीन दिशा में दौड़ने की अपेक्षा, लक्ष्य युक्त दिशा में चलना बेहतर है क्योंकि लक्ष्य के साथ धीरे-धीरे चल कर भी मंजिल को प्राप्त किया जा सकता है।" {256}
"यह लोगों की गलतफहमी है कि किसी की सहायता धन से होती है जबकि धन तो एक निमित्त मात्र है। वास्तविक सहायता तो मस्तिष्क, पवित्र हृदय और मन करता है।" {254} "दुनिया में सबसे भाग्यशाली वही है,
"जिस तरह हाथ पर कोयला रखने से हाथ जल जाता है। उसी तरह क्रोध को हृदय में रखने पर हृदय जलकर राख हो जाता है।" {252} "जीवन रूपी शतरंज के खेल में कर्म हमारी चाल है और फल ईश्वर की चाल है।" {253}
"किसी का विश्वास टूटने पर अंतर्मन में बहुत कुछ टूट जाता है जिसकी आवाज सिर्फ स्वयं को सुनाई देती है।" {247 } "कल...काल का सूचक है इसलिए जो कुछ करना है...आज करना है।" {248 }
सच बोलने का साहस रखो.... परिणाम भुगतने की शक्ति प्रभु राम देंगे। {245 } सच खरीदने की हैसियत लोगों में कम है... इसलिए झूठ बिक रहा है। {246}