मुंबई: सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त लोढ़ा समिति की सिफारिशों की अनदेखी करते हुए बीसीसीआई ने पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज एमएसके प्रसाद की अगुआई में पांच सदस्यीय चयन समिति की घोषणा की. इसके दो सदस्य ऐसे हैं जिन्हें टेस्ट मैच खेल ने का अनुभव नहीं है.
पिछली चयन समिति में दक्षिण क्षेत्र के प्रतिनिधि के रूप में मौजूद प्रसाद चयन समिति के अध्यक्ष के रूप में संदीप पाटिल की जगह लेंगे. आंध्र प्रदेश के 41 साल के प्रसाद ने अपने संक्षिप्त अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान भारत की ओर से छह टेस्ट और 17 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं. भारत की ओर से कोई टेस्ट नहीं खेलने वाले गगन खोड़ा को मध्य क्षेत्र के प्रतिनिधि के रूप में बरकरार रखा गया है.
देवांग गांधी, जतिन परांजपे और सरनदीप सिंह चयन पैनल के नए सदस्य होंगे. इन तीनों में से परांजपे को टेस्ट अनुभव नहीं है और वे सिर्फ एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं. बीसीसीआई ने इन नियुक्तियों के साथ लोढ़ा समिति की सिफारिशों की अनदेखी की है जिसने तीन सदस्यीय समिति बनाने को कहा था जिसके सभी सदस्यों को टेस्ट क्रिकेट खेलने का अनुभव हो. लोढा समिति की सिफारिशों के साये के बीच बीसीसीआई की 87वीं वार्षिक आम बैठक में नयी चयन समिति पर फैसला किया गया. बोर्ड ने समिति की सिफारिशों को स्वीकार नहीं किया. भारत की ओर से चार टेस्ट और तीन वनडे खेलने वाले 45 साल के गांधी पूर्व क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करेंगे. परांजपे पश्चिम क्षेत्र के प्रतिनिधि होंगे. पूर्व आफ स्पिनर सरनदीप उत्तर क्षेत्र से चयनकर्ता होंगे. वह विक्रम राठौड़ की जगह लेंगे.
बायें हाथ के पूर्व बल्लेबाज परांजपे ने भारत की ओर से चार वनडे मैच खेले हैं। सरनदीप के नाम तीन टेस्ट और पांच वनडे दर्ज हैं. नई चयन समिति को इस तरह कुल मिलाकर सिर्फ 13 टेस्ट और 31 वनडे खेलने का अनुभव है. पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद को जूनियर चयन समिति का अध्यक्ष बरकरार रखा गया है.