
लखनऊः कल शाम रामलला की नगरी अयोघ्या में पहली बार राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ नें इस रमजान के महीने में रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन किया। इसकी पहल संघ समर्थित राष्ट्रीय मुस्लिम मोचा ने की थी। इसके नेता इंद्रेश कुमार इस आयोजन में मुख्य अतिथि रहे हैं। इस पार्टी इलाकाई कई नामवर मुसलमानों ने भी शिरकत की थी। इसमें शामिल हुए सभी मुसलमानों ने गाय के दूध के साथ अपना रोजा खोला। इसी के साथ इन लोगों ने खुले मन से इस बात को स्वीकार किया कि गाय के दूध में औषधीय विशेषताएं होती हैं। इसका दूध सेहत के लिये बहुत अच्छा होता है।
इफ्तार पार्टी के बाद मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के नेता इंद्रेश कुमार ने पार्टी में शरीक हुए लोगों को इस बात की शपथ दिलाई कि वे लोग अब जीवन में कभी भी गोमांस का सेवन नहीं करेंगे। इसे खाना सेहत के लिहाज से भी ठीक नहीं है, क्योंकि इससे कई बीमारियां हो जाती हैं। इस्लाम सहित दुनिया हर धर्म में गोहत्या का निषेध किया गया है।
इस अवसर पर इंद्रेश कुमार ने यह भी कहा कि जो लोग तीन बार तलाक तलाक कह कर अपनी पत्नियों को छोड देेेेेेेेते हैं, वे मौत के बाद दोजख ही जायेंगे। इनका यह भी कहना रहा है कि बाबर के नाम पर मस्जिद की बात सोचना तक मुसलमानों के लिये अपमान की बात है। अब सही वक्त आ गया है, जब मुसलमान भाई अयोध्या में राम मंदिर के मिर्माण के लिये आये आाये और इसके लिये लोगों में सद्भावना उत्पन्न करें। उल् लेख नीय है कि वर्ष 2002 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के तत्कालीन सरसंघचालक सुदर्शन ने मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की स्थापना की थी। इसके पीछे उनका उद्देश्य हिंदुओं और मुसलमानों के बीच सद्भावना और प्रेम पैदा कर राष्ट्र की एकता और अखंडता को मजबूत करना रहा है।