नई दिल्लीः यूपी में सपा के टिकट पर फिर से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे सिटिंग विधायकों और मंत्रियों में कई का पत्ता इस बार साफ हो जाएगा। वजह कि पार्टी के गोपनीय सर्वे में इन जनप्रतिनिधियों की छवि काफी खराब मिली है। रिपोर्ट के मुताबिक अधिकांश विधायक जनता के दिल से उतर चुके हैं और अगले साल उन्हें हार का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में अखिलेश यादव ने इन विधायकों के टिकट पर कैंची चलाने की तैयारी की है। सर्वे और अपने फैसले से सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और पार्टी अध्यक्ष शिवपाल यादव को अखिलेश ने अवगत करा दिया है।
एजेंसी ने आंकड़े जुटाने के बाद अखिलेश को यह दी रिपोर्ट
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक निजी एजेंसी को सभी सपा विधायकों के इलाके में जाकर छवि का फीडबैक लेने का जिम्मा सौंपा था। तीन महीने में सर्वे के बाद इस एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री अखिलेश को सौंपी। जिसमें कहा गया है कि 22 फीसद विधायकों के खिलाफ इलाके की जनता आक्रोशित है। ये विधायक न तो जनता के बीच जाते हैं और न ही विकास कार्यों में ही रुचि लिए हैं। जबकि सूबे में पार्टी की ही सरकार रही। सपा सूत्र बता रहे हैं कि कुल 42 विधायकों का टिकट काटने का फैसला किया गया है। इसमें करीब आधे दर्जन मंत्री हैं।