भोपाल : 500 और 1000 के नोट बंद होने के बाद गरीबों के खाते में अचानक धन की बरसात हो रही है. गरीबों के नाम पर खोले गए जन-धन के खातों में अचानक जमा हुए पैसों को देखकर तो यही कहा जा सकता है. कि नोटबंदी के बाद से 10 नवंबर से 14 नवंबर के बीच महज 5 दिनों में प्रदेश के 2 करोड़ 20 लाख प्रधानमंत्री जन-धन खातों में करीब 1200 करोड़ रुपए की राशि जमा हुई है.
इनमें से 60 लाख खाते तो ऐसे हैं, जिनमें 8 नवंबर से पहले जीरो बैलेंस था, अब इनमें 50 हजार से 1 लाख रुपए तक जमा हो गए हैं. एक दैनिक अखबार की खबर के मुताबिक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (मप्र) के डीजीएम वीके त्रिपाठी ने भी पुष्टि की है कि निष्क्रिय पड़े लाखों खातों में तेजी से डिपॉजिट हो रहा है.
अचानक जमा हुए इन पैसों के पीछे ब्लैक मनी को व्हाइट में बदलने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है. बता दें कि कम आय वर्गों को विभिन्न् वित्तीय सेवाएं, कर्ज, बीमा और पेंशन संबंधी सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जन-धन योजना शुरू की गई थी.
अकेले सेंट्रल बैंक में जन-धन योजना के तहत प्रदेश में 14 लाख 50 हजार खाते हैं. इनमें 190 करोड़ रुपए जमा हैं. इसमें से 52 करोड़ स्र्पए 10 से 14 नवंबर के बीच जमा हुए हैं. इसके अलावा प्रदेश भर में 50 बैंकें काम कर रही हैं, जिनकी 7038 शाखा (सेंट्रल बैंक की शाखा भी शामिल) हैं, जिनमें 2 करोड़ 20 लाख जन-धन योजना के खाते हैं.