नई दिल्ली: केन्द्र सरकार की और से नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-4 (2015-16) की रिपोर्ट में कई चिंताजनक खुलासे हुए हैं। इस रिर्पोट के मुताबिक हरियाणा के लोगों का मोटापा लगातार बढ़ रहा है। रिर्पोट के मुताबिक पिछले दस सालों में यहां के पुरुषों का मोटापा करीब 10 फिसदी बढ़ गया है। पहले हरियाणा के लोग 10.8 % लोग मोटे थे जो कि अब 20% मोटे हो गए हैं।
सुधरा लिंगानुपात
रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा के लिंगानुपात में सुधार हुआ है जो कि एक अच्छी बात है। 2005 में एक हजार पुरुषों पर 897 महिलाएं थीं जो अब 876 रह गई हैं। हालांकि पांच साल तक बच्चों के लिंगानुपात में सुधार हुआ है। दस साल में लिंगानुपात 762 से 836 पर पहुंचा है।
63% महिलाएं एनिमिक, पुरुषों में भी खून की कमी
दरसल पहले 15 से 49 वर्ष की 55 महिलाओं में खून की कमी थी जबकि अब इनकी संख्या और भी बढ़ गई है। अब हरियाणा में 63.1 फीसदी महिलाएं खून की कमी से जूझ रही है। इसी प्रकार 55 फीसदी गर्भवती महिलाएं भी एनिमिक हैं। पुरुषों में भी खून की कमी बढ़ रही है। दस साल पहले 19.2 फीसदी पुरुष एनिमिक थे जो अब बढ़कर 20.9 फीसदी हो गए हैं।
महिलाएं हुई ओवरवेट
हरियाणा की महिलाएं ओवरवेट हो गई हैं। 2005 में 17.4% महिलाओं के मुकाबले 21% महिलाएं ओवरवेट हो गई हैं जो कि एक अच्छी बात है। महिलाओं में आत्मनिर्भर होने की प्रवृत्ति बढ़ी है। एक दशक में नौकरी करने वाली महिलाओं की संख्या में करीब 2 फीसदी का इजाफा हुआ है। वहीं 15 साल तक के बच्चों की संख्या में पिछले दस साल में 7% की कमी आई है। दस साल पहले प्रदेश में 15 साल से छोटे बच्चे 34.7% थे जो अब 27.8% रह गए हैं।