मूर्द्धन्य :
१- वह वर्ण जिसका उच्चारण मूर्द्धा से होता है जैसे ‘ट’ वर्ग के सभी वर्ण मूर्द्धन्य हैं I
२- जो बहुत बड़ा या अच्छा हो, श्रेष्ठ, उदात्त, अध्यारूढ़;
जैसे : पं0 महामना मदन मोहन मालवीय मूर्द्धन्य विद्वान थे I
३- मस्तक में स्थित;
जैसे : शिव भक्त स्वामी जी का मूर्द्धन्य तिलक उन पर बहुत फबता है I
आकाशवाणी के कानपुर केंद्र पर वर्ष १९९३ से उद्घोषक के रूप में सेवाएं प्रदान कर रहा हूँ. रेडियो के दैनिक कार्यक्रमों के अतिरिक्त अब तक कई रेडियो नाटक एवं कार्यक्रम श्रृंखला लिखने का अवसर प्राप्त हो चुका है. D