शब्द ों को पढ़ा है तुमने! बोला है! महसूस किया है क्या कभी ?किसी शब्द की गर्दन पर उंगली रख कर सहलाया है कभी?किसी शब्द के सीने पर कान लगाकर धडकनें सुनी है उसकी? तुम कहोगे एक शब्द की इतनी हस्ती ही नहीं! शब्द
कभी प्यार किया है शब्दों से जो जेहन में उभरते हैं और पन्नों पर उतरने से पहले गुम हो जाते हैं उन शब्दों से रिश्ता बनाया है जो नश्तर बन दिल दिमाग को अपाहिज बना देते हैं ... इन शब्दों को श्रवण बनकर कितना भी संजो लो इन्हें जाने अनजाने मारने के लिए कई ज़हरी्ले व
सितम्बर का महीना था. गर्मी जा चुकी थी और जाड़ा अभी आया नहीं था. हम सब अपने ऑफिस में बैठे इस उधेड़बुन में लगे थे की कुछ नया किया जाये। तो फिर भाई क्या नया किया जाये? थोड़ा सोचे तो समझ में आया कि हिन्दी से सम्बंधित कुछ करते हैं. आखिरकार, उत्तर भारत विश्व के सर्वाधिक सघन जनसंख्या वाले क्षेत्रों में से एक