नई दिल्लीः माफिया और राजद का पूर्व सांसद शहाबुद्दीन को सुप्रीम कोर्ट ने बिहार से तिहाड़ जेल में शिफ्ट करने के आदेश दिए हैं। इससे जितनी मुश्किल शहाबुद्दीन की बढ़ी है, उससे कहीं ज्यादा राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की। वजह कि पर आरोप लगते रहे हैं कि वे अपने विरोधियों पर दबाव कायम करने के लिए सिवान जेल में बंद शहाबुद्दीन का सहारा लेते रहे।
नहीं मिलेगी कोई विशेष सुविधा
सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार बाहुबली शहाबुद्दीन को तिहाड़ में कोई विशेष सुविधा नहीं मिलेगी। यही नहीं सीवान सहित बिहार की अन्य अदालतों में होने वाली उसकी पेशी भी अब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही होगी। गौरतलब है कि पिछले साल सीवान जेल से बाहुबली शहाबुद्दीन ने सिवान जेल से अपने 'नए लुक' की सेल्फी खींचकर खलबली मचा दी थी। दरअसल, सीवान जेल में रहते हुए शहाबुद्दीन की सेल्फी वायरल हुई थी। इस मामले में 14 जनवरी को मुफस्सिल थाने में जेल अधीक्षक विद्यु भारद्वाज ने एफआईआर दर्ज कराई थी। फिर जांच के आदेश दिए गए थे। जिसे वहां के समाहर्ता (डीएम) ने इसे सही पाया था। वहीं कोर्ट में पेश होने के बाद सीवान के CJM कोर्ट ने शहाबुद्दीन को राहत देते हुए जमानत दे दी थी।