सेना के सीनियर अफसरों ने आज शहीद लेफ्टिनेंट उमर फैयाज के घरवालों से मुलाक़ात करने फैयाज के घर पहुंचे. मुलाकात के बाद सीनियर अफसरों ने आर्मी की तरफ से शहीद उमर के परिवार को 75 लाख रुपये का चेक दिया गया है. राजपूताना राइफल्स की यूनिट ने भी एक लाख रुपया दिया है.
मुलाक़ात के बाद मेजर जनरल बीएस राजू ने कहा, 'मैं पूरे इलाके में घूम कर आया हूं. बच्चों से मिलकर आया हूं. यहां के बच्चों में बहुत जोश है.' आर्मी की ओर से ट्विटर पर एक वीडियो जारी कर फैयाज को श्रद्धांजलि दी गई है.
बता दें कि लेफ्टिनेंट उमर 23 साल के थे. वे दिसंबर 2016 में सेना में कमीशन हुए थे. वे अखनूर सेक्टर में राजपूताना राइफल्स में तैनात हुए थे. आतंकियों ने पिछले मंगलवार को छुट्टी पर आए उमर को अगवा कर लिया था. बाद में उन्हें बर्बर तरीके से शहीद कर दिया. उमर छुट्टी लेकर बहन की शादी में शामिल होने आए थे. फैयाज पर हमला करने वाले आतंकियों की पहचान कर ली गई है.
होनहार थे फैयाज
बीएस राजू ने कहा, उमर फैयाज एक होनहार लड़का था. उन्होंने सिर्फ 4 महीने नौकरी की थी. हम उनके घर गए थे. उनका परिवार बहुत बहादुर है. हमने उन्हें भरोसा दिया है कि परिवार को हमारा सहयोग जारी रहेगा.
फैयाज के नाम पर स्कूल
बीएस राजू ने बताया कि उमर की कमी हमेशा महसूस की जाएगी. हम यहां फैयाज की याद में साउथ कश्मीर के आर्मी स्कूल का नाम रखेंगे. बता दें कि फैयाज अपने गांव के युवाओं में काफी लोकप्रिय थे. गांव के लड़के उन्हें अपना आदर्श मानते थे. उमर के पिता एक किसान हैं और सेबों की खेती करते हैं.