वाशिंगटन : अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने कहा है कि कासिनी अंतरिक्षयान 21 अप्रैल को शनि के सबसे बड़े उपग्रह टाइटन के लिए अंतिम उड़ान भरेगा। अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि इस दौरान कासिनी टाइटन की सतह के ऊपर से 979 किलोमीटर नजदीक से गुजरेगा,जिस दौरान उसकी गति 21,000 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी।
अध्ययन करने का मौका देगा मिशन
यह मिशन टाइटन के उत्तरी ध्रुवीय क्षेत्र में फैले तरल हाइड्रोकार्बन की झीलों तथा समुद्रों को बेहद नजदीक से अध्ययन करने का मौका प्रदान करेगा और यान में मौजूद शक्तिशाली रडार के इस्तेमाल का भी यह अंतिम मौका होगा, जो धुंधलके को चीरते हुए सतह की स्पष्ट छवियां प्रदान करेगा। 21 अप्रैल को टाइटन के नजदीक से गुजरने के दौरान, टाइटन का गुरुत्व कासिनी की कक्षा को शनि के चारों ओर मोड़ देगा, जिससे यह मामूली तौर पर थोड़ा छोटा हो जाएगा, जिसके कारण अंतरिक्षयान शनि के छल्लों को बाहर से पार करने के बजाय वह अंतिम छलांग लगाएगा, जिससे वह छल्लों के अंदर से गुजर जाएगा। नासा का कासिनी अंतरिक्षयान लगभग 13 वर्षो से शनि के चारों ओर की कक्षा में स्थित है।