नई दिल्ली : मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गुरुवार को कहा कि 2018 तक झारखंड को ‘खुले में शौच से मुक्त’ बना देगे , लेकिन ये तस्वीर झारखंड का सच बयां कर रही है. हम इस फोटो को दिखाने के लिए माफी चाहते है . मगर , यह दिखाना जरुरी है. पूरे देश में खुले शौच रोकने के लिए सोच बदली जा रही है. खुले में ये सब देखना कितना भद्दा है. एकदम अश्लील! खासकर जबकि जगह सिविल कोर्ट की हो. यह आपराधिक कृत्य तो पुलिस का ही हुआ. गुरुवार को अगस्त 2015 के मांडर डायन बिसाही कांड के 40 अभियुक्तों को पुलिस कोर्ट में पेशी के लिए लाई, तो उन्हें इस तरह खड़ा कर दीवार पर लघुशंका कराई. कोर्ट कैंपस में वाशरूम हैं, मगर पुलिस के पास सोच नहीं है.