नई दिल्लीः 23 अक्टूबर की शाम का वक्त। अचानक शिवपाल का स्टाफ गृहक्षेत्र इटावा के जसवंतनगर के चार रसूखदार ठेकेदारों को मैसेज करता है। कल शिवपाल जी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं। इटावा से लखनऊ तक गर्दा मचा दो। चारों ठेकेदार सैकड़ों लग्जरी वाहनों से कूच करते हैं लखनऊ। शिवपाल की फोटो लगी टीशर्ट पहने पांच हजार कार्यकर्ता लखनऊ डेरा डाल देते हैं। सूचना पर अखिलेश की नींद हराम हो जाती है। समर्थकों को रोकने का फरमान जारी होता है। मगर 24 अक्टूबर यानी सोमवार को पता चलता है कि ऐसा कुछ नहीं होने वाला। इस पर शिवपाल समर्थक...नेताजी ने डबल क्रास कर दिया...का जुमला उछालते मुंह लटकाए वापस हो जाते है। यह वाकया बताता है कि किस तरह मुलायम कुनबे में मची कलह के बीच शिवपाल को समर्थक मुख्यमंत्री बनने का सपना संजोए थे मगर उनके अरमानों पर अचानक पानी फिर गया।
जानिए शिवपाल के सबसे करीबी चार ठेकेदार कौन
डॉ. ब्रजेश चंद्र यादव। यह जसवंतनगर के पूर्व ब्लाक प्रमुख हैं। शिवपाल के हर हुक्म का तामील करने के लिए जी-जान से जुटने वालों में नाम शुमार है। राहुल गुप्ता। बड़े ठेकेदारों में नाम। कोल्ड स्टोरेज का व्यवसाय है। तीसरे हैं राजपाल यादव। इन्हें भी शिवपाल का दाहिना हाथ माना जाता है। उनकी कृपा से मोटे ठेके आसानी से झटक लेते हैं। बदले में शिवपाल के कार्यक्रमों की कमान संभालते हैं। चौथे हैं महावीर सिंह। महावीर आगरा-कानपुर रोड पर कॉलेज आदि खुलवा रखे हैं। जब शिवपाल एंड कंपनी को लगा कि रविवार की मची कलह के बाद नेताजी सोमवार को शिवपाल को संगठन के साथ सरकार की भी कमान देने जा रहे हैं तो इन्हीं चार लोगों को शिवपाल के स्टाफ ने फोन कर लखनऊ में समर्थक जुटाने को कहा।
रातों रात दिया पांच हजार टीशर्ट का ऑर्डर और...
जैसे ही शिवपाल के स्टाफ ने जसवंतनगर के चारों करीबी लोगों को रात में या सुबह लखनऊ पहुंचने को कहा। तत्काल चारों ठेकेदारों ने लखनऊ में शिवपाल की फोटो छपी टीशर्ट का आर्डर दे दिया। इसके बाद सैकडों वाहनों के साथ करीब पांच हजार लोगों को लेकर सुबह लखनऊ कूच कर दिया।
इंटेलीजेंस की सूचना पर अखिलेश ने कहा पुलिस से टीशर्ट वालों को रोको
इटावा व जसवंतनगर से जैसे ही शिवपाल के राजतिलक की कथित सूचना पर वाहनों का रेला निकला तो खुफिया एजेंसियों ने लखनऊ तक सूचना भेजी। खबर मिलते ही अखिलेश ने भी अपने समर्थकों को बुलवाकर सीएम आवास में बैठवा दिया। इसके बाद डीजीपी के जरिए लखनऊ आईजी ए सतीश गणेश को निर्देश दे दिया कि जो भी जसवंतनगर से टीशर्ट पहने शिवपाल समर्थक आ रहे हैं उन्हें पांच कालिदास मार्ग पर ही रोक दिया। ताकि न सीएम आवास पहुंच सकें और न ही पार्टी दफ्तर के आसपास।
जब शिवपाल का राजतिलक नहीं हुआ तो कोसने लगे नेताजी को
जब सोमवार को महामीटिंग में मुलायम सिंह ने चालाकी से दांव खेल कर पार्टी को जहां टूटने से भी बचा लिया वहीं अखिलेश को भी गद्दी से उतारने का कोई फैसला नहीं किया। मीटिंग में अखिलश को फटकार कर शिवपाल एंड कंपनी की नाराजगी जरूर कम करने की कोशिश की। जब मीटिंग खत्म हो गई और पता चला कि अब अखिलेश न गद्दी से उतरने वाले और न ही शिवपाल बैठने वाले। तब नेताजी पर डबलक्रास खेलने की बात कहकर समर्थक कोसते हुए वापस लौट गए।