नई दिल्लीः दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में अजय माकन को शीर्ष कांग्रेसी नेता स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं। एमसीडी चुनाव में करारी हार के बाद अब पार्टी के एक धड़े ने अजय माकन की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाते हुए मोर्चा खोल दिया है। खास बात है कि माकन के खिलाफ बगावत के लिए पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को आगे कर पीछे से कपिल सिब्बल रणनीति तैयार कर रहे हैं। इस मुहिम में कई अन्य पार्टी नेताओं को भी जोड़ा जा रहा है।
सिब्बल के घर तैयार हो रहा एजेंडा
कांग्रेस दिल्ली इकाई के सूत्रों का कहना है कि राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल के आवास पर एक दर्जन पदाधिकारियों की बैठक हुई। इस मीटिंग की बागडोर खुद शीला दीक्षित संभालती नजर आईं। बैठक में हारून युसूफ, राजकुमार चौहान आदि नेता मौजूद रहे। इस दौरान सब एकमत हुए कि अजय माकन के नेतृत्व में दिल्ली में कांग्रेस कमजोर है। आगामी विधानसभा चुनाव तभी जीता जा सकता है, जब पार्टी के पास ऐसा चेहरा हो, जो भाजपा और आम आदमी पार्टी को कड़ी टक्कर देने की क्षमता रखता हो।
अजय माकन से नाराजगी की यह भी वजह
पार्टी सूत्रों का कहना है कि एमसीडी चुनाव में पराजय के बाद भी अजय माकन के तेवर नहीं बदले हैं। वे अपने भरोसे के लोगों को ही भाव देते हैं। बाकी पार्टी के शीर्ष नेताओं से भी किसी फैसले में रायशुमारी नहीं करते। कहा जा रहा कि अजय माकन सबको साथ लेकर नहीं चल रहे। एमसीडी चुनाव में टिकट वितरण में मनमानी की। जिसका चेहरा पसंद आया, उसे ही टिकट दिया। यह नहीं देखा कि वार्ड में संबंधित प्रत्याशी की पकड़ मजबूत है या नहीं। इन सब चीजों पर मीटिंग में चर्चा के बाद शीर्ष नेताओं ने तय किया पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के सामने सारी बातों को रखकर नए प्रदेश अध्यक्ष के लिए नाम तय करने की मांग की जाएगी।