नैनो की वो मझधार
जो रुक भी ना सकी और रो भी ना सकी
इजहार तेरे इश्क का
तुझसे जुदा होते वक्त कर भी न सकी
सिसक कर रह गई तब मेरी हर एक सांस
जब तेरी झुकती पलकें भी
उन जाते लम्हे को थाम ना सकी
Ajain_words
20 जनवरी 2023
नैनो की वो मझधार
जो रुक भी ना सकी और रो भी ना सकी
इजहार तेरे इश्क का
तुझसे जुदा होते वक्त कर भी न सकी
सिसक कर रह गई तब मेरी हर एक सांस
जब तेरी झुकती पलकें भी
उन जाते लम्हे को थाम ना सकी
Ajain_words
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अभिषेक जैन { ajain_words} स्वरचित पुस्तकें - आईना / दृष्टि / क्षितिज / अधूरे अल्फाज । (Available on Amazon and Flipkart ) अपने ही एहसासों और अनुभवो को जिंदगी के पहलुओं से जोड़कर व्यक्ति के विचारों को छूने की कोशिश करने वाले लेखक है जिनके शब्द वर्तमान के परिदृश्य का आईना बनते है । इनका मानना है कि- अल्फ़ाज़ ही दुनिया को बदलने की शक्ति रखते है तथा इससे ही व्यक्ति के विचारों को सामर्थ्य प्राप्त होता है । धन्यवाद सा ।D