नई दिल्लीः चाहे अंडरवर्ल्ड के शूटर हों या फिर देश के अंदर जरायम की दुनिया से जुड़े अपराधी। देश के इन जाबांज पुलिस अफसरों का नाम सुनते ही पैंट गीली हो जाती है। हम बात कर रहे हैं देश के उन सात एनकाउंटर स्पेशलिस्ट की, जिन्होंने दर्जनों कुख्यात अपराधियों को एनकाउंटर में मार गिराया। कई बार इन्हें मुकदमे में भी फंसना पड़ा, फिर भी अपराधियों से निपटने के इस तरीके को उन्होंने नहीं छोड़ा। जब भी कहीं बदमाशों की मौजूदगी पता चली तो सीधे फैसला ऑन द स्पॉट कर दिया। आईए हम परिचित कराते हैं आपको देश के चर्चित एनकाउंटर स्पेशलिस्ट से।
1- प्रशांत शर्मा
प्रशांत शर्मा सबसे ज्यादा एनकाउंटर करने वाले पुलिस अफसर हैं। वैसे आधिकारिक तौर पर इनके नाम 104 एनकाउंटर दर्ज हैं, मगर कहा जाता है कि कम से कम तीन सौ से ज्यादा एनकाउंटर प्रदीप शर्मा ने अपनी जिंदगी में किए हैं। छोटा राजन को टारगेट पर रखकर जब कई बार प्रशांत शर्मा ने मुहिम चलाई तो पूरे मुंबई में इनके नाम का डंका बजने लगा। अंडरवर्ल्ड भी खौफ खाने लगा। एक फर्जी एनकाउंटर के मामले में केस में भी फंसे, मगर कोर्ट ने इन्हें बाद में रिहा कर दिया।
2. दया नायक
नाना पाटेकर की फिल्म आई थी अब तक छप्पन। इसमें जिस दया नायक का किरदार नाना ने अदा किया था, यह वही अफसर हैं। देश के चर्चित एनकाउंटर केसेज खुद दया नायक ने अंजाम दिए हैं।अपने करियर में 83 अपराधियों को इन्होंने गोली मारकर मौत के घाट उतारा तो करीब 300 से ज्यादा को जेल की हवा खिलाई। एक बार इन्हें गोली लगी तो जान जाते-जाते बची थी।
3. प्रफुल्ल भोंसले
प्रफुल्ल भोसले के नाम 83 एनकाउंटर दर्ज हैं। बहुत जासूस अफसर माने जाते हैं। अपराधियों को सूंघते हुए उन्हें अंडरग्राउंड से निकालते हैं। छोटा शकील और आरिफ कालिया के खिलाफ ऑपरेशन अंजाम दे चुके हैं।
4. शहीद विजय सालसकर
मुंबई पर 26/11 के हमले को भला कौन भुला सकता है। उस समय विजय सालस्कर पुलिस अफसरों की अगुवाई करते हुए आतंकियों से मोर्चा लेते हुए शहीद हो गये थे। 25 साल की सेवा में 90 से ज्यादा बदमाशों का काम इन्होंने तमामा किया। मुंबई को अंडरवर्ल्ड के खौफ से निजात दिलाने में काफी अहम रोल अदा किया। जिसकी बदौलत इन्हें अशोक चक्र भी मिला।
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. सचिन हिन्दूराव वाजे
सचिन हिंदूराव भी जाबांज पुलिस अफसरों में शुमार हैं। इनके नाम 63 एनकाउंटर दर्ज हैं। मुंबई के अशांत चल रहे मुम्बरा को शांत करने में इन्होंने अहम रोल निभाया। मुम्बरा मुस्लिम का इलाका है। एनकाउंटर करते-करते जब जी भर गया तो सचिन ने पुलिस की नौकरी से इस्तीफा दे दिया। आजकल शिवसेना के साथ राजनीति कर रहे हैं।
6.रविन्द्र आंग्रे
कभी बांद्रा में अपराधियों की तूती बोलती थी। मगर जब से रविंद्र आंग्रे को मुंबई के पुलिस कमिश्नर ने अपराधियों से निपटने के मिशन पर लगाया तो उन्होंने बदमाशों को ठोकना शुरू किया। अपनी पिस्टल से 50 अपराधियों को ठोंक दिया।बांद्रा को माफियाओं से मुक्त कराया तो जनता खुश हो गई।
7. राजबीर सिंह
राजबीर सिंह ने दिल्ली के बड़े माफियाओं के खिलाफ मुहिम चलाकर सुर्खियां बटोरीं। राजबीर सिंह दिल्ली के अकेले ऐसे पुलिस अफसर रहे जो कि महज 13 साल की सेवा में ही एसीपी बन गए। वजह कि इन्होंने बहादुरी का परिचय देते हुए कई माफियाओं को गोली मारकर मौत के घाट उतारा। अफसोस की बात रही कि इस जाबांज पुलिस अफसर को इनके ही दोस्त ने विवाद में गोली मारकर हत्या कर दी थी।