भोपाल : लोगों को पैसे देने में जुटे बैंक कर्मचारियों की हालत बेहद पतली हो गई है। बैंकों में काम करने वाले कैशियर अपनी क्षमता से ज्यादा काम कर रहे हैं। बैंक कर्मचारियों को आज संडे को भी काम करना पड़ा। जिसके मद्देनजर एक दुखद घटना भोपाल से सामने आयी है। भारतीय स्टेट बैंक के रतिबाद शाखा के 45 वर्षीय वरिष्ठ कैशियर को आज सीने में दर्द हुआ, जिसके बाद उनकी मौत हो गयी। पुलिस ने बताया कि पुरूषोत्तम व्यास को शाम के पांच बजे के आसपास सीने में दर्द और बेचैनी महसूस हुई। इसके बाद व्यास को एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस के अनुसार संभवत: अस्पताल ले जाते समय व्यास ने दम तोड़ दिया। घटना की पुष्टि करते हुए पुलिस अधिकारी सी मेवाड़े ने कहा, ‘‘हमने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।’’ उन्होंने बताया कि मौत की वास्तविक वजह का पता लगाने के लिए व्यास के शव को पोस्टमार्टम के लिए हमदिया अस्पताल भेजा गया है। पांच सौ और 1000 रूपये के मौजूदा नोटों को अमान्य घोषित किये जाने के बाद सरकार के आदेश पर आज बैंक खुले हुए थे। वहीँ बैंकों में कैश डालने वाली एजेंसियां भी बीते 8 नवम्बर से बिना छुट्टी के काम कर रही हैं। वहीं एक अन्य घटना में बलरामपुर के गोंडा जिले कैशियर श्रीदत्त पांडेय की हार्ट अटैक से मौत हो गई।