एक ऐसी कहानी, जहां राजपरिवार में रहकर युद्धकला में माहिर एक सैनिक सेनापति बनने के लिए राज्य की एक प्रतियोगिता में भाग लेता है , लेकिन उस प्रतियोगिता में वो राजा की नाबालिग पुत्री से हार जाता या और उस हार का बदला वो अलग तरीके से लेता है। अपनी हार से क
प्रिय पाठकों, लघु उपन्यास ‘माही’ मेरा दूसरा उपन्यास है. इससे पूर्व मेरा लघु उपन्यास ‘बैंक अधिकारी: बिखरते ख्य्वाब’ प्रकाशित हो चुका है, जिसको देश भर के पाठकों ने विशेष रूप से बैंकर्स ने बेहद पसंद किया. मुझे जो प्रतिक्रियाएं मिली, उनमें सबमें एक ही
यादें जीवन से जुड़ी हुई, यादों के झरोखे,
नाम से यह उपन्यास है, तो स्वाभाविक ही है कि चरित्र विशेष होगा। कहते है न कि युवा अवस्था जीवन का वह पड़ाव है, जहां पहुंचने के बाद मन की इच्छा पंख लगा कर उड़ने की होती है।....वह भले-बुरे के भेद को न तो समझना चाहता है और न ही समझ पाता है। फिर तो उसका जो ह
यह एक ऐसे योद्धा की कहानी है जो एक कबीले में बेहद खतरनाक योद्धाओं से समझौता करने के इरादे से जाता है पर वहां से उसका सफर नाग राक्षस लोक की तरफ निकल जाता है यह कहानी बेहद रोमांचक एक्शन और सस्पेंस से भरी हुई है इसे पढ़ते वक्त आपको एक अलग ही आनंद की प्
कुहरा किस्सा है खूबसूरत किरदारों का, किरदारों के जीवन के उतार-चढ़ाव का जब आँखों के आगे सिर्फ कुहरा नज़र आता है और जीवन संघर्ष बन जाता है | तो कुहरा कहानी है किरदारों के संघर्षों का, संघर्षों से निजात पाने वाले प्रयासों का और अनावरत प्रयासों से प्राप्त
ये एक मर्डर मिस्ट्री है जिसे मुख्य रूप से एक साइको किलर को केन्द्रीत कर के लिखा गया है। आप जैसे जैसे इस कहानी को पढ़ते जाएंगे कई सारे हैरतअंगेज खुलासे आपके दिमाग के तारों को झनझनाने के लिए आपका इंतजार कर रहे होंगे। अभी मैं इस सनसनीखेज कथानक के विषय
अपराध की पृष्ठभूमि होती है। बिना पृष्ठभूमि के अपराध हो ही नहीं सकता और पृष्ठभूमि हमारा समाज ही बनाता है। बिना सामाजिक एवं राजनीतिक पोषण के अपराध कभी भी पनप ही नहीं सकता।.....कहीं समाज किसी के ऊपर अत्याचार करता है, तो अपराध का जन्म होता है, तो कहीं सम
तेज तर्रार इंस्पेक्टर नील की मौत एक रहस्य बनी हुई थी। घटनास्थल पर किसी अन्य व्यक्ति एवं हथियार आदि के निशान नहीं थे। इंस्पेक्टर की मौत पर विभिन्न सस्पेंस, जासूसी के बाद मौत का रहस्य खुलता है। जानने के लिए पढें। उपन्यास पूर्णतः काल्पनिक है। किसी घट
यह किताब पांच कहानियों का एक संग्रह है
ममता! कहानी है पुणे की लक्ष्मी शर्मा की ओर दो जाबाज ऑफिसर नील शर्मा और सुरेश वागड़े की! दुसरी तरफ एक आतंक का आका और उसकी गैंग है... अर्थात अफगानिस्तान की आंधी जिसने हिंदुस्तान में अपने पैर पसार लिए हैं। क्या ये तीनों इस आंधी से अपने देश को बचा पायेंग
एक साधारण बैंक मैनेजर, जो एक पुरसुकून जिंदगी जी रहा था, कुछ लोगों के धोखे के कारण उसकी जिंदगी तहस नहस हो गई। उसने भी तय कर लिया कि जिन लोगों की वज़ह से उसकी हंसती खेलती जिंदगी नासूर बन गई थी उन सबको अपने हाथों से सज़ा देकर इंतक़ाम लेगा। उसके इंतक़ाम
या बहुत सुंदर पुस्तक है. इसे पढ़िए.यह बहुत सस्ती है.
देश या प्यार किसे चुनेगी समिति
इस पुस्तक में एक कहानी प्रस्तुत की गई है।
देश या प्यार किसे चुनेगी समिति
धोखा एक ऐसी लड़की की कहानी है जो बहुत ही खुश मिज़ाज थी! लेकिन उसके जीवन में ऐसा घटना घट जाती है जिससे उसकी जिंदगी पूरी तरह बदल जाती है!