न भटको अपने नेक इरादों से माला जपू श्याम की राम की धनश्याम की जग मे फैला हैं उजियारा तेरे ही नाम का जप-जप कर जीता हैं जग सारा। बनता हैं तूही सहारा जग के बेसहारों का। माला जपू श्याम की राम की घनश्याम की।रहने दे अमन शांति इस जहां मे जहाँ खेलता हैं बचपन गाती हैं जवानी गुनगुनाता हैं बुढ़ापा। करती हैं श्
आज सवेरे ही से गाँव में हलचल मची हुई थी। कच्ची झोंपड़ियाँ हँसती हुई जान पड़ती थीं। आज सत्याग्रहियों का जत्था गाँव में आयेगा। कोदई चौधरी के द्वार पर चँदोवा तना हुआ है। आटा, घी, तरकारी, दूध और दही जमा किया जा रहा है। सबके चेहरों पर उमंग है, हौसला है, आनन्द है। वही बिंदा अहीर, जो दौरे के हाकिमों के पड़ाव