नई दिल्लीः पहले 38 आतंकी मारे जाने की खबर रही, फिर संख्या 40 हुई। मगर जमीन से 0.65 मीटर की ऊंचाई से ली गई हाई रेजॉल्यूशन की सेटेलाइट तस्वीरों से खुलासा हुआ है कि भारतीय सेना के जाबांजों ने 50 से ज्यादा आतंकी मार गिराए हैं। सेटेलाइट तस्वीरों को खंगालने के बाद रक्षा विशेषज्ञों का दावा है कि कम से कम 50 आंतकी इस आपरेशन की भेंट चढ़ें।
पहली बार सेना ने आपरेशन में ली इसरो की मदद
सर्जिकल स्ट्राइक में पहली बार भारतीय सेना ने इसरो की मदद ली। इसरो की सहायता से कार्टोसैट सेटेलाइट इस्तेमाल किया गया। ताकि सेना को आतंकियों के लॉन्चिंग पैड के नजदीक की सटीक तस्वीरें मिल सकें। इन तस्वीरों से ही सेना को आतंकियों तक पहुंचने का रास्ता सूझा। इस आपरेशन में बिहार रेजीमेंट के छह और डोगरा रेजीमेंट के 10 कमांडोज को चुना गया था।
तस्वीरों का अध्ययन कर रहे सुरक्षा विशेषज्ञ
भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान ड्रोन और सेटेलाइट से उपलब्ध हर इक तस्वीरों का सुरक्षा और रक्षा विशेषज्ञ अध्ययन कर रहे हैं। कहां अच्छे से आपरेशन हुआ और कहां कुछ चूक रही इसका पता लगाया जा रहा है। ताकि आगे किसी सर्जिकल स्ट्राइक में कोई गलती न दोहराई जा सके। मसलन ऑपरेशन को सफलता से अंजाम देने के बाद लौटते हुए एक जवान खुद की गलती से घायल हो गया। इस तस्वीर को रक्षा विशेषज्ञों ने बेहद गंभीरता से लिया है। स्टडी कर पता लगाने की कोशिश हो रही है कि कैसे जवान घायल हुआ और बाद में क्या किया जाए कि वह न घायल हो।