नई दिल्ली: जब मुंबई पुलिस ने दो ठगों को गिरफ्तार किया है तो हर कोई हैरान रह गया। क्योंकि ये ठग सबसे अलग थे। पुलिस के मुताबिक ये ठग विद्या सिखाने के नाम पर अपने छात्रों से 50 हजार की मोटी फीस वसूलते थे। फिलहाल ठगी के ये दोनों 'मास्टरजी' जेल की हवा खा रहे हैं।
क्या सिखाते थे 'मास्टरजी'
ठगों के ये 'मास्टरजी' अपने छात्रो को एटीएम के अंदर आना, दूसरों को मदद के नाम पर बरगलाना और फिर उनके पैसों पर हाथ साफ करना सिखाते थे। इनका तरीका बेहद शातिराना था। पहले ऐसे ATM को चुनना, जहां सिक्योरिटी गार्ड न हो, फिर मौका देखकर ATM मशीन के एक बटन और बटन बोर्ड के बीच के हल्के अंतर में प्लास्टिक की छोटी और पतली चिप घुसा देना, जिससे मशीन तो चालू रहती थी, लेकिन ATM काम नहीं करता था। बस पीछे खड़े होकर वो ग्राहक का पिन नंबर याद कर लेते. डेटा मशीन में कुछ मिनटों तक रहता था. गिरोह का दूसरा सदस्य मदद के नाम पर ग्राहक को दूसरी मशीन पर ले जाता, तब तक पहला शख्स ATM से पैसे निकाल लेता था.
ATM में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई चोरी
आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद सब इंस्पेक्टर भैरव जाधव ने कहा कि ATM कार्ड मशीन से बाहर निकालने के दो से ढाई मिनट तक कार्ड का डेटा उसमें बना रहता है। आरोपी वारदात को अंजाम देकर वहां से रफूचक्कर हो जाते थे। लेकिन इन दोनों आरोपियों की हर हरकत को ATM में लगे सीसीटीवी कैमरों ने कैद कर लिया था। उसी के आधार पर नया नगर पुलिस इन आरोपियों की तलाश में जुटी थी। ये लोग घटना को अंजाम देने के बाद दिल्ली फरार हो जाते थे, इसलिए पुलिस इन तक नहीं पहुंच पा रही थी। इसके अलावा ये दोनों आरोपी हाथ की सफाई से मदद करने के बहाने लोगों का ATM कार्ड भी बदल देते और बाद में उसमें से भी पैसे निकाल लेते थे।
नया नगर पुलिस ने दोनों को पकड़ने के लिए स्पेशल टीम बनाई। दोनों एक एटीएम के बाहर संदिग्ध हालत में गिरफ्तार किए गए। अकेले नया नगर पुलिस स्टेशन की ही हद में इन दोनों आरोपियों पर आधा दर्जन वारदात से लाखों की लूट को अंजाम देने की बात सामने आ रही है। पुलिस की मानें तो पकड़े गए आरोपी दूसरों को इस तरकीब को सिखाने के लिए उनसे 30 से 50 हजार रुपये लेते थे।